राजनांदगांव, 19 सितम्बर 2025/sns/- जिला आयुष विभाग द्वारा एवं छत्तीसगढ़ आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज मनकी के सहयोग से पुष्य नक्षत्र पर शासकीय आयुष पॉलीक्लिनिक दीनदयाल नगर चिखली राजनांदगांव में एक वर्ष से 16 वर्ष के बच्चों के लिए नि:शुल्क स्वर्ण प्राशन संस्कार का आयोजन किया गया। जिला आयुष अधिकारी डॉ. शिल्पा मिश्रा ने कहा कि स्वर्ण प्राशन कराने से बच्चों की रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है तथा बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास में सुधार होता है। स्वर्ण प्राशन में बुद्धिवर्धक औषधियों जैसे ब्राह्मी, वचा और शंखपुष्पी का समावेश होता है, जो बच्चों की बुद्धि और स्मरण शक्ति को बढ़ाता है। स्वर्णप्राशन से बच्चों की पाचन शक्ति बढ़ती है और बच्चे आसानी से भोजन पचा पाते हैं। स्वर्णप्राशन से बच्चों का शारीरिक विकास तेजी से होता है और उनकी धातु निर्माण भी उत्कृष्ट प्रकृति की होती है।
आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ. प्रज्ञा सक्सेना ने बताया कि बच्चों की रोगप्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए आयुर्वेद में वर्णित स्वर्ण प्राशन एक महत्वपूर्ण उपाय है। यह आयुर्वेदिक उपचार बच्चों को विभिन्न बीमारियों से बचाव में मदद करता है और उनकी शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक होता है। स्वर्णप्राशन से बच्चों की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे बच्चों को बीमारियों से बचाव में मदद मिलती हैं। शिविर में 121 बच्चों को नि:शुल्क स्वर्ण प्राशन संस्कार का लाभ मिला। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज मनकी के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार श्रीवास्तव, डॉ. मोनिका वर्मा, डॉ. मिसरगा सहित आंगनबाड़ी सुपरवाईजन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, बच्चे एवं बच्चों के अभिभावक उपस्थित रहे।

