राजनांदगांव, 05 सितम्बर 2025/sns/- अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने आज पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर ऑडिटोरियम राजनांदगांव में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित राजनांदगांव द्वारा आयोजित सहकारी सम्मेलन में शिरकत की।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राजनांदगांव, कबीरधाम, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी, खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिले से बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं कृषक यहां सहकारी सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे है। उन्होंने कहा कि सहकारिता में बहुत ताकत है। सहकारिता के माध्यम से किसानों के जीवन में खुशहाली एवं परिवर्तन आ रहे है। देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरूआत की थी तथा किसानों को ऋण देने की व्यवस्था की थी। छत्तीसगढ़ में किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण दिया गया, जिससे उनके जीवन में खुशहाली आयी। किसानों का जीवन पहले अधिया की भरपायी करते हुए निकल जाता था और साहुकारों के चंगुल में फंसकर ब्याज देते-देते परेशान हो जाते थे। सहकारिता एक चमत्कार है और केंद्रीय सहकारिता बैंक से चारों जिले के 5 लाख 40 हजार किसान सहकारिता से लाभान्वित हो रहे हैं। उनके जीवन में सहकारिता से जुडऩे पर महत्वपूर्ण परिवर्तन आए है। कृषक उन्नति योजना के तहत धान खरीदी अंतर्गत रिकार्ड तोड़ धान खरीदी की गई है और लगभग 4559 करोड़ 66 लाख रूपए की राशि कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों के बैंक खाते में अंतरित की गई है। जिले में बैंकिंग सुविधाओं में बढ़ोत्तरी हुई है। एटीएम एवं माईक्रो एटीएम की सुविधा किसानों को मिल रही है। माईक्रो एटीएम के तहत पहले किसान 10 हजार रूपए निकाल सकते थे, अब इसकी क्षमता बढ़ाकर 20 हजार रूपए कर दिया गया है। इसी तरह रूपे डेबिट कार्ड से 20 हजार रूपए से क्षमता बढ़ा दी गई अब 40 हजार रूपए तक की राशि आहरण कर सकते है। उन्होंने कहा कि देश के सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के नेतृत्व में सहकारिता के आंदोलन चल रहे हैं। सहकारिता के माध्यम से गुजरात में अनोखे कार्य किए गए है और अर्थव्यवस्था में परिवर्तन आए है। अमूल डेयरी के माध्यम से गुजरात में सहकारी समितियों ने संगठित होकर बेहतरीन कार्य किया है। इसी सोच के साथ छत्तीसगढ़ में भी सकारात्मक परिवर्तन आना चाहिए और सहकारिता को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। शासन द्वारा किसानों के हित में लगातार कार्य किया जा रहा है।
वन एवं जलवायु परिवर्तन, परिवहन, सहकारिता, संसदीय कार्य मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि देश के विकास के लिए जय जवान-जय किसान का अह्वान किया गया। किसान देश का सम्मान है और किसानों से देश की उत्तरोत्तर प्रगति हो रही है और सभी सहकारिता से जुड़े है। सहकारिता का यह आंदोलन जन-जन तक पहुंच रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप हमारा देश विश्व की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में विकसित हुआ है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 2058 पैक्स है और कॉमन सर्विस सेंटर में सुविधाएं दी जा रही है। 532 नये पैक्स का गठन किया गया है। जिससे किसानों को लाभ मिलेगा। सभी ग्राम पंचायतों में सहकारी समिति होनी चाहिए, ताकि किसानों को लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में लघु वनोपज समिति, मत्स्य समिति, लघु समिति, डेयरी समिति सहित अन्य समितियों का गठन किया जा रहा है। जिससे किसान आर्थिक दृष्टि से सक्षम बनेंगे। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय लगातार किसानों की समृद्धि के लिए कार्य कर रहे है। शासन द्वारा कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों से 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी की जा रही है तथा रिकार्ड धान की खरीदी हुई है। उन्होंने स्थानीय स्तर पर निर्मित उत्पादों का उपयोग करने तथा स्वदेशी को बढ़ावा देने की बात कही।
सांसद श्री संतोष पाण्डेय ने कहा कि केन्द्रीय सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के नेतृत्व में देश में बैंकिंग सुविधाओं में वृद्ध हुई है। एटीएम की सुविधा बढ़ी तथा कम्प्यूटरीकरण से कार्यों में तेजी आयी है। किसानों की आय में वृद्धि हुई, बैंक खाते खुले तथा बचत एवं सहभागिता की प्रवृत्ति बढ़ी। सब मिलकर एवं संगठित होकर एक साथ कोई बड़ा कार्य करते है, तो वह सफल होता है। गुजरात में अमूल के नाम से दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में सहकारिता की ताकत दिखाई दी। जिले में बैंकों की संख्या में वृद्धि हुई है तथा किसानों की आय में भी वृद्धि हुई है। उन्होंने किसानों की उत्तरोत्तर प्रगति के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित श्री सचिन बघेल ने प्रतिवेदन का वाचन किया। उन्होंने बताया कि बैंक की अंशपूंजी 31 मार्च 2024 पर 19244.60 लाख रूपए थी, जो 31 मार्च 2025 में बढ़कर 20557.82 लाख रूपए हो गई है अर्थात अंशपूंजी में 1313.22 लाख रूपए की वृद्धि हुई है। निधियों में 5636.66 लाख रूपए की वृद्धि हुई है। 31 मार्च 2025 पर बैंक का शुद्ध लाभ 2123.56 लाख रूपए एवं संचित लाभ 5830.43 लाख रूपए है। 31 मार्च 2025 पर बैंक का एनपीए 4244.25 लाख रूपए है, जो कुल ऋण का 6.24 प्रतिशत है। बैंक द्वारा वर्ष 2024-25 में कृषकों को 160529.88 लाख रूपए का ऋण वितरण किया गया है। बैंक के कार्यक्षेत्र में कुल 275 खाद केन्द्र संचालित है। जिसके माध्यम से कृषकों को खाद उठाव करने में सुविधा प्राप्त हो रही है। साथ ही कुल 282 धान खरीदी केन्द्रों के माध्यम से शासन द्वारा धान खरीदी का कार्य सुचारू रूप से किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र की लगभग 80 प्रतिशत आबादी प्राथमिक साख समितियों से जुड़ी हुई है।
इस अवसर पर विधायक पंडरिया श्रीमती भावना बोहरा, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक श्री केदार नाथ गुप्ता, राजनांदगांव जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नम्रता सिंह, खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री विक्रांत सिंह, पूर्व विधायक श्री विनोद खांडेकर, पूर्व विधायक श्री कोमल जंघेल, पूर्व विधायक श्री मोतीलाल चंद्रवंशी, पूर्व विधायक श्री रामजी भारती, श्री कोमल सिंह राजपूत, श्री प्रदीप गांधी, श्री रमेश पटेल, श्री दिनेश गांधी, श्री राजेंद्र चंद्रवंशी, श्री खूबचंद पारख, श्री संतोष अग्रवाल, श्री सुरेश एच लाल, श्री राजेन्द्र गोलछा सहित राजनांदगांव, कबीरधाम, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी, खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिले के जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में कृषकगण उपस्थित थे।