राजनांदगांव, 05 सितम्बर 2025/sns/- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए जिले के सभी ग्राम पंचायतों के लिए विशेष क्यूआर कोड तैयार किया गया है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के मार्गदर्शन में इन क्यूआर कोडों को पंचायत भवनों एवं प्रमुख स्थलों पर स्थापित किया जा रहा है। ग्रामीण अपने मोबाइल से इन क्यूआर कोड को स्कैन कर मनरेगा अंतर्गत गत तीन वर्षों में हुए सभी स्वीकृत एवं संपन्न कार्यों की पूरी जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते है। यह व्यवस्था मनरेगा कार्यों को नागरिकों के लिए पूरी तरह पारदर्शी और सुगम बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है। क्यूआर कोड से मिलने वाली प्रमुख जानकारी में पिछले तीन वर्षों में गांव में मनरेगा अंतर्गत स्वीकृत कार्यों की सूची, प्रगति पर कार्य, पूर्ण हो चुके कार्य, व्यय की गई राशि, उत्पन्न मानव दिवस एवं कुल सक्रिय श्रमिकों की जानकारी शामिल रहेगी। इससे जुड़ी जानकारी ग्रामीण अपने मोबाइल पर तत्काल देख सकते है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सुरूचि सिंह ने बताया कि क्यूआर कोड से जानकारी प्राप्त करने की यह पहल ग्रामीणों को मनरेगा की सीधी निगरानी का अधिकार देती है। अब ग्रामीण स्वयं देख सकेंगे कि उनके गांव में कौन-कौन से कार्य स्वीकृत हुए, कितने पूरे हुए और कितना भुगतान हुआ है। इससे न केवल पारदर्शिता सुनिश्चित होगी, बल्कि ग्रामीणों को योजनाओं का वास्तविक लाभ समय पर मिल सकेगा। ग्रामीण सीधे क्यूआर कोड से मनरेगा अंतर्गत सभी जानकारी प्राप्त कर सकते है। उन्होंने बताया कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की पारदर्शिता एवं सुशासन की नीति को आगे बढ़ाते हुए यह पहल राजनांदगांव जिले की सभी ग्राम पंचायतों में लागू की जा रही है। इससे विकास कार्यों की जानकारी पर ग्रामीणों का सीधा दृष्टिकोण रहेगा और योजनाओं की प्रगति पर जनता की सीधी नजर बनी रहेगी।