सुकमा, 28 अगस्त 2025/sns/- कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन में सुकमा जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास कार्यों को युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है। कलेक्टर के मार्गदर्शन के बाद पूरा प्रशासनिक अमला सक्रिय होकर गाँव-गाँव पहुंच रहा है और पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता दी जा रही है।
प्रभावित इलाकों का लगातार मुआयना सीईओ जिला पंचायत श्री मुकुन्द ठाकुर, एसडीएम कोंटा, सुकमा और छिंदगढ़, तहसीलदार, जनपद सीईओ सहित विभिन्न विभागों के आला अधिकारी कर रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर दवा छिड़काव कर रही हैं और स्वास्थ्य शिविर लगाकर ग्रामीणों को तत्काल चिकित्सा सुविधा प्रदान कर रही हैं, ताकि बाढ़ के बाद महामारी फैलने की संभावना को समय रहते रोका जा सके।
राहत शिविरों में मिली बड़ी राहत
जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों और रास्ते में फंसे यात्रियों के लिए जिला प्रशासन ने राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां भोजन, पेयजल और स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। अब तक हुए सर्वेक्षण में कई मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त पाए गए हैं, जबकि अनेक मकान आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं।
बाढ़ से कई पुल-पुलिया टूटने और रास्ते बाधित होने की स्थिति में प्रशासन ने वैकल्पिक मार्गों और नाव की व्यवस्था कर राहत सामग्री पहुंचाना सुनिश्चित किया है। साथ ही बिजली आपूर्ति बाधित रहने वाले गांवों में विद्युत विभाग के कर्मचारी लगातार मरम्मत कार्य में जुटे हैं।
कलेक्टर ध्रुव के सख्त निर्देश
कलेक्टर श्री ध्रुव ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि कोई भी प्रभावित परिवार राहत और सहायता से वंचित न रहे। उन्होंने कहा, “सतत निगरानी रखते हुए हर जरूरतमंद तक शीघ्र राहत पहुंचाना प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।”
प्रशासन के साथ-साथ जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठन और आम नागरिक भी राहत कार्यों में सक्रिय सहयोग कर रहे हैं, जिससे बाढ़ प्रभावित परिवारों को बड़ी राहत मिल रही है।
