छत्तीसगढ़

“पोड़ेम आयाम नट्टा” बनी बहु भाषा शिक्षण का माध्यम बच्चे अब गोंडी में सीखेंगे गणित और भाषा की दक्षता


बीजापुर, 25 जुलाई 2025/sns/ – नई शिक्षा नीति अंतर्गत स्कूलों में बहु भाषा शिक्षण के जरिए पढ़ाई की गतिविधियां संचालित करने को लेकर बीजापुर जिले में कलेक्टर श्री संबित मिश्रा के मार्गदर्शन में  “पोड़ेम आयाम नट्टा” तैयार किया जा रहा है जिसके माध्यम से कक्षाओं की दीवारों को गोंडी भाषा बोली में चित्रों के साथ पढ़ाई का माध्यम बनाया गया है।
इस कक्ष का शुभारंभ कलेक्टर संबित मिश्रा ने जांगला में संचालित पोटा केबिन में किया। इस अवसर पर कलेक्टर ने कक्ष का अवलोकन कर दीवारों में तैयार की गई स्थानीय भाषा बोली में तैयार की गई बाला पेंटिंग के गतिविधियों पर विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त की।
स्थानीय भाषा बोली में बाला कक्ष तैयार करने वाले शिक्षार्थ ट्रस्ट के तकनीकी सहयोगी मोहित देव एव सुमन जैन ने प्रत्येक दीवार पर बनाई गई गतिविधियों की जानकारी कलेक्टर को दी। बाला कक्ष में चार दीवार बनाए गए है जिसमें एक दीवार गणितीय अवधारणाओं को विकसित करने, दूसरी और तीसरी दीवार भाषा शिक्षण को सरल तरीके से सिखने की अवधारणा पर आधारित है और चैथी दीवार बाल केंद्रित प्रयोगात्मक मॉडल के रूप में तैयार किया गया है। कक्ष का अवलोकन कर कलेक्टर ने आवश्यक सुझाव देते दिए किए गए प्रयासों की सराहना की तथा जिले के अन्य स्कूलों में भी जहां गोंडी भाषा बोली प्रमुखता से उपयोग की जाती है वहां तैयार करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर एपीसी जाकिर खान ने जानकारी देते हुए बताया कि नई शिक्षा नीति अंतर्गत बहु भाषा शिक्षण का प्रावधान किया गया है इससे बच्चों को घर के वातावरण में प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने में आसानी होगी तथा यह पहल शिक्षा को केवल कक्षा तक सीमित न रखकर समुदाय संस्कृति और बच्चों के जीवन शैली से जोड़ने का प्रयास है जिससे नवाचार और समावेशी मूल्यों को बढ़ावा मिलता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *