मुंगेली, 20 जून 2025/sns/- जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती गिरिजा देवी मेरावी, कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार और पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल ने आज मुंगेली जिला जेल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने जरूरतमंद कैदियों के लिए आयुर्वेदिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने, सुरक्षा के मद्देनजर बंद कैमरों की मरम्मत कराने सहित विभिन्न बिन्दुओं पर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने लीगल एड क्लीनिक, रसोई घर और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष का भी अवलोकन किया, साथ ही भोजन, पेयजल और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
कैदियों को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने दी गई समझाईश
अधिकारियों ने कैदियों से सीधे बातचीत की और उनके अपराधों की जानकारी ली। जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने युवा कैदियों से कहा कि कैसे एक छोटी सी गलती उन्हें पॉक्सो एक्ट जैसे गंभीर अपराधों में फंसा सकती है, जिससे उनका पूरा जीवन और परिवार तबाह हो जाता है। उन्होंने युवा कैदियों को अपराध से दूर रहने व जीवन को सकारात्मक दिशा में मोड़ने के लिए प्रेरित किया।
कैदियों के कौशल प्रशिक्षण हेतु कार्ययोजना बनाने के निर्देश
कलेक्टर ने जिला जेल में लाइब्रेरी कॉर्नर बनाने, धार्मिक ग्रंथों और महापुरुषों की जीवनी से संबंधित पुस्तकें उपलब्ध कराने और अखबारों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने कौशल विकास में प्रशिक्षण हेतु आवश्यक कार्ययोजना बनाने पर जोर दिया, ताकि कैदियों को रिहाई के बाद समाज में फिर से स्थापित होने में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि जिला जेल को मॉडल जेल के रूप में विकसित किया जाए।
नशे की लत वाले कैदियों को स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श उपलब्ध कराएं
पुलिस अधीक्षक ने आदतन अपराधियों की जानकारी ली और नशे की लत वाले कैदियों को स्वास्थ्य जांच एवं आवश्यक परामर्श उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने जेल में साफ-सफाई की व्यवस्था की सराहना की और भविष्य में भी इसे बनाए रखने के निर्देश दिए। इस अवसर पर सीएमएचओ श्री प्रभात चंद्र प्रभाकर, जिला शिक्षा अधिकारी श्री चन्द्रकुमार घृतलहरे, सहायक जेल अधीक्षक सुश्री ममता पटेल सहित संबंधित विभाग के अधिकारी और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं अधिवक्तागण मौजूद थे।