जगदलपुर, 18 जून 2025/sns /- धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का जिला स्तरीय कार्यक्रम बुधवार को शहर के श्यामा प्रसाद मुखर्जी (टाॅऊन हाॅल) में आयोजित कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में सांसद श्री महेश कश्यप ने संबोधित करते हुए कहा कि बस्तर के सर्वांगीण विकास के लिए शासन द्वारा संचालित सभी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ क्षेत्र की बहुसंख्यक जनजातियों को लेना आवश्यक है। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान से बस्तर के विकास के लिए योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन, लाभार्थियों द्वारा योजना का लाभ लेकर और सब का सहयोग से बस्तर का सर्वांगीण विकास हेतु प्रयास करना होगा । बस्तर के जनजातीय जीवन में जल, जंगल, जमीन से जीवन यापन का एक साधन ही नहीं अपितु उनके आर्थिक विकास में भी प्रमुख भूमिका रही है। उन्होंने भारत के महापुरुषों द्वारा कही बात को याद करते हुए कहा कि भारत देश की आत्मा गांव में बसती है इसलिए गांव के विकास के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने जनजातीय समाज के वीर नायकों को नमन करते हुए उनके बलिदान को भी उल्लेख किया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में प्रधानमंत्री ने बस्तर के अद्योसंरचना के विकास और परिवहन सुविधा हेतु कई घोषणा की और बजट का भी प्रावधान किया, जिसका लाभ जल्द ही बस्तर क्षेत्र को मिलने लगेगा। बस्तर अब बदल रहा है, बस्तर में कई संभावनाओं को अवसर प्राप्त हो रहे हैं। संभाग के सभी जिलों से जनजातीय युवा विभिन्न खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर बस्तर का नाम रौशन कर रहे हैं और बस्तर प्रमुख व प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों से बस्तर को पर्यटन क्षेत्र में भी नाम कमा रहे हंै।
कार्यक्रम में कलेक्टर श्री हरिस एस ने बताया कि जनजातीय विकास की नई पहल धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत 15 अगस्त 2024 को प्रधानमंत्री द्वारा की गई। इस अभियान के तहत बस्तर जिले में 377 गावों का समग्र विकास 17 विभागों की 25 योजनाओं का लाभ मिलेगा। इसके अलावा आधार कार्ड, जाति-निवास-आय प्रमाण पत्र अन्य राजस्व सेवाएं,राशन कार्ड संबंधित कार्य, आयुष्मान कार्ड-स्वास्थ्य बीमा, श्रमिक पंजीयन व श्रम विभाग की अन्य योजनाएं, कृषि-उद्यानिकी-पशुपालन विभाग की योजनाएं,सामाजिक सुरक्षा वृद्धावस्था पेंशन,प्रधानमंत्री आवास योजना,मनरेगा जॉब कार्ड पंजीयन के साथ ही शिक्षा व महिला-बाल विकास विभाग की योजनाएं की सेवाएं दी जाएगी। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती वेदवती कश्यप, उपाध्यक्ष श्री बलदेव मण्डावी, पूर्व विधायक श्री राजाराम तोड़ेम, पार्षद श्री वेदप्रकाश पाण्डेय, नरसिंह राव सहित अन्य जनप्रतिनिधि, आदिवासी समाज के प्रमुख, सीईओ जिला पंचायत श्री प्रतीक जैन, सहायक आयुक्त श्री गणेश शोरी सहित आदिवासी विकास विभाग के अधिकारी, बहुसंख्यक गणमान्य नागरीक उपस्थित थे। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों द्वारा स्टाॅल लगाकर योजनाओं की जानकारी और हितग्राहियों को योजनाओं से जोड़ने की पहल की गई। अतिथियों ने स्टाॅलों का निरीक्षण किया और कार्यक्रम में कृषि विभाग द्वारा रागी बीज वितरण करवाया गया।
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर शुरू किया गया जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान जनजातीय सशक्तिकरण और समावेशी विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम हैं। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का उद्देश्य जनजातीय समुदाय के नागरिकों का कल्याण, सशक्तिकरण और विकास करना है। सरकार का यह प्रयास है कि जनजातीय समुदाय के जो नागरिक अभी तक सरकार की सेवाओं, सुविधाओं और योजनाओं से वंचित रह गए हैं, उन्हें लाभान्वित किया जाएं। पूरे देश में 15 से 30 जून, 2025 तक 549 जिलों के 63 हजार से अधिक जनजातीय बाहुल्य गांवों में एक राष्ट्रव्यापी जागरूकता एवं लाभ संतृप्ति अभियान चलाया जाएगा, जिसमें 207 जिलों के 29,000 से अधिक विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (पीवीटीजी) के आवास शामिल होंगे। झारखण्ड राज्य में धरती आबा पद का उपयोग भगवान बिरसा मुंडा के लिए किया जाता है जो उपनिवेशवाद विरोधी आदिवासी नेता थे। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का लक्ष्य-भारत सरकार के 17 मंत्रालयों द्वारा अभिसरण एवं पहुँच के माध्यम से कार्यान्वित 25 हस्तक्षेपों द्वारा सामाजिक बुनियादी ढाँचे, स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका में महत्वपूर्ण अंतराल को समाप्त करना है। यह जनजातीय क्षेत्रों व समुदायों का समग्र एवं सतत विकास सुनिश्चित करने पर बल देता है।