बीजापुर, 12 मई 2025/sns/- दशकों तक माओवादियों की दशहत की गूंज के चलते पालनार में ग्रामीणों की जिंदगी सिसकियां ले रही थी। शासन की योजनाएं तो दूर प्रशासन स्तर के अधिकारी कर्मचारी को भी इस क्षेत्र में जाने की मनाही थी। आज उसी पालनार ग्राम में ग्रामीण शासन की योजनाओं से जुड़कर कंधे से कंधा मिलाकर विकास के पथ की ओर अग्रसर हो रहे हैं । पालनार में वर्तमान में महात्मा गांधी नरेगा योजना से पंचायत भवन , आंगनबाड़ी और डबरी निर्माण कार्य प्रगति पर हैं।यह सब संभव हो पा रहा है, छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना नियद नेल्लानार की बदौलत। इस ग्राम में नए जुड़े मजदूरों को उनका महात्मा गांधी नरेगा से बने जॉबकार्ड वितरण किया गया। जॉबकार्ड अपने हाथों में पाकर ग्रामीण श्रमिको की खुशी देखते ही बन रही थी। पालनार में मनरेगा योजनांतर्गत 201 श्रमिक कार्ड है, जिसमें कुल 369 पंजीकृत श्रमिक है।
जाबकार्ड वितरण करने पहुंचे सहायक परियोजना अधिकारी मनीष सोनवानी और सहायक प्रोग्रामर बिच्चम ताती ने ग्रामीणों को मनरेगा योजना से हितग्राहियों को स्वीकृत होने वाले कार्यों जैसे कुआं निर्माण कार्य, डबरी के बारे में जानकारी दी। साथ ही बताया कि इन स्वीकृत निर्माण कार्यों में कार्य करने पर श्रमिकों को 261 रुपए की मजदूरी भी प्राप्त होगी।
