मुंगेली, 07 जून 2025/sns/- जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार गिरते भूजल स्तर और पेयजल संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की मंशा के अनुरूप ‘मोर गांव मोर पानी’ महाअभियान की शुरुआत की गई है। कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में अभियान के तहत जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए जिला पंचायत के सभाकक्ष में प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल, जिला पंचायत सीईओ श्री प्रभाकर पाण्डेय, वनमंडलाधिकारी श्री अभिनव कुमार शामिल हुए। प्रशिक्षण में उन्होंने मोर गॉव, मोर पानी अभियान अंतर्गत प्रत्येक घर में वाटर हार्वेस्टिंग बनाने, जल के अपव्यय को रोकने, कुऑ, बावड़ी, तालाब आदि की सफाई करने आमजनों को जागरूक करने के निर्देश दिए।
राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर श्री मधु सुदन तिवारी एवं जीआईएस एक्सपर्ट श्री रोहित रमन के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में जल संरक्षण, वाटरशेड सिद्धांत, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, जीआइएस एकीकरण, मृदा एवं जल संरक्षण तकनीक तथा जन-केंद्रित सहभागी नियोजन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर वीडियो एवं प्रस्तुति के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया। साथ ही अपने-अपने क्षेत्रों में डिफंक्ट बोरवेल्स की पहचान कर उसमें सैंड फिल्टर आधारित वर्षा जल संचयन की व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा ग्रामीणों को सोखता गड्ढा, वर्मी कम्पोस्ट, नाडेप गड्ढा, बोरी बंधान, भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग जैसे कार्यों के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए। इस दौरान जल संरक्षण एवं जल संवर्धन के लिए संरचनाओं का निर्माण एवं बरसात के पानी को रोककर भूमिगत जल स्तर में वृद्धि एवं पानी का सही उपयोग करने के संबंध में सभी ने सहमति जताई। गौरतलब है कि मोर गांव मोर पानी के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिला एवं जनपद स्तरीय अध्यक्ष और सदस्यों का समिति एवं कोर समिति का गठन किया गया है। इस अवसर पर मुंगेली एसडीएम श्रीमती पार्वती पटेल, पथरिया एसडीएम श्री अजय शतरंज सहित लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, शिक्षा, जल संसाधन, स्वास्थ्य और विभिन्न विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।