राजनांदगांव, 03 जून 2025/sns/- जिले के किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने एवं खेती को लाभप्रद बनाने के उद्देश्य से 29 मई से 12 जून 2025 तक विकसित कृषि संकल्प अभियान चलाया जा रहा है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने जिले के किसानों से विकसित कृषि संकल्प अभियान में सक्रिय सहभागिता कर उन्नत खेती अपनाने और शासन की योजनाओं का लाभ लेते हुए अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने की अपील की है। विकसित कृषि संकल्प अभियान अंतर्गत कृषि एवं संबंधित समवर्गी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में जिले के गांव-गांव तक पहुंच रही है, जहां वैज्ञानिकों एवं कृषि के जानकारों के तीन दल अलग-अलग विकासखंडों में किसानों के उन्नयन हेतु उन्नत कृषि तकनीक, आधुनिक कृषि उपकरणों, केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न लाभकारी योजनाओं की जानकारी दे रहे है। साथ ही अभियान के दौरान खरीफ मौसम की प्रमुख फसलों की उन्नत एवं वैज्ञानिक तकनीक, प्राकृतिक खेती के विभिन्न घटकों का जीवंत प्रदर्शन, बीज उपचार, धान की सीधी बुआई विधि, पशुपालन एवं उन्नत पशु नस्ल की जानकारी, कृषि ड्रोन तकनीक, मत्स्य पालन, मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार फसल में संतुलित पोषक तत्वों का उपयोग एवं नवाचारों की विस्तृत जानकारी दी जा रही है। जिले के किसान अभियान का लाभ पूर्ण सहभागिता के साथ ले रहे हैं। अभियान प्रारम्भ होने के पूर्व जिले के सभी ग्राम पंचायतों मे इस कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार किया गया था एवं मुनादी के माध्यम से अधिक से अधिक किसान विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत आयोजित शिविर में पहुंच रहे है।
जिले में विकसित कृषि संकल्प अभियान के सफल संचालन वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों के दल के साथ एक कृषि रथ एवं पशुधन विकास रथ भी गांव-गांव में चलाए जा रहे है। जिनमें नवाचारी तकनीकी जानकारी वीडियो के माध्ये से भी दी जा रही है। दल प्रति दिन 6 ग्राम पंचायतों में आयोजित शिविरों में किसानों के साथ सीधा संवाद कर रहे है। 12 जून तक जिले के कुल 156 ग्राम पंचायतों में यह अभियान निरंतर चलाया जाएगा। प्रत्येक दल में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक, कृषि विभाग, बैंक, उद्यानिकी महाविद्यालय के प्राध्यापक, मत्स्य पालन, उद्यानिकी एवं पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ- साथ जनप्रतिनिधि, प्रगतिशील कृषक, एफपीओ कार्यकर्ता, कृषि सखियों का समूह एवं गणमान्य नागरिक भी उपस्थित हो रहे है। अभियान के प्रभावी निगरानी हेतु उप संचालक कृषि कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। जिसके माध्यम से अभियान की जानकारी केंद्र एवं राज्य शासन को प्रेषित की जाती है।