छत्तीसगढ़

कच्चे घर से पक्के आशियाने तक गंगोत्री बाई नेताम

बिलासपुर, 10 मई 2025/ sns/- सरकारी योजनाओं का जब बेहतर क्रियान्वयन होता है तब वे किसी के जीवन में बदलाव लेकर आती है। ग्राम लिमतरा की गंगोत्री बाई नेताम की कहानी इसका एक उदाहरण है। गरीबी, संघर्ष और कठिनाइयों के बीच गुजर-बसर कर रही गंगोत्री अब अपने पक्के घर के आँगन में खड़ी होती है,तो उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहता। लिमतरा ने आयोजित समाधान शिविर में केंद्रीय मंत्री श्री तोखन साहू ने गंगोत्री को घर की चाबी सौंपी।

 गंगोत्री बाई ने बताया कि लिमतरा गांव उसका मायका है जहां वह कई वर्ष पूर्व ससुराल से परेशान होकर रहने आई, बाद में उसके पति भी यहां आ गए और रोजी-मजदूरी करके अपने बच्चों का पालन पोषण करने लगे, उनका जीवन लंबे समय तक एक कच्चे घर में बीता,जहाँ बारिश में पानी टपकता, गर्मी में दीवारें तपतीं और सर्दी में दीवारों से हवा घर के अंदर आती थी। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण अपने बच्चों को पक्का घर और बेहतर माहौल देने की उनकी इच्छा अधूरी रह जाती थी, क्योंकि घर के जरूरी खर्चों में ही उनके कमाए हुए पैसे खर्च हो जाते थे,पक्का घर मिलने से उनकी एक बड़ी चिंता दूर हो गई है। केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री श्री तोखन साहू ने गंगोत्री को घर की चाबी सौंपी तब गंगोत्री और उसका परिवार खुशी से झूम उठा। वह कहती है “सरकार ने जो किया, वह मेरे लिए किसी वरदान से कम नहीं”।

 गंगोत्री को शासन की प्रधानमंत्री आवास योजना का ही नहीं, बल्कि महतारी वंदन योजना का भी लाभ मिल रहा है जिससे वह अपनी छोटी छोटी जरूरतें पूरी कर पा रही है। इसके अलावा उसका श्रम कार्ड भी बना है जिसके जरिए 12 वीं में पढ़ रही उनकी बेटी को सरकार से ₹20,000 की आर्थिक मदद जल्द ही मिलने वाली है। गंगोत्री ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में गरीबों के लिए चल रही योजनाएं वास्तव में उन तक पहुंच रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *