छत्तीसगढ़

प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से श्री अक्षय कुमार सातपुते का बिजली का बिल हुआ शून्य बिजली के बिल से मिली राहत


राजनांदगांव, 08 मई 2025/sns/- शासन की प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना बिजली की बचत की दिशा में बहुत फायदेमंद साबित हो रही है। राजनांदगांव के बैजनाथ कालोनी निवासी श्री अक्षय कुमार सातपुते ने बताया कि उन्होंने 2 लाख 10 हजार रूपए की लागत से 3 किलो वाट का प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत सोलर प्लांट लगाया है। जिसके लिए 78 हजार रूपए की सब्सिडी मिली है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के बहुत लाभ हंै। पहले बिजली का बिल 1000 रूपए से लेकर 5000 रूपए तक आता था, लेकिन अब प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत सोलर प्लांट लगने से बिजली का बिल शून्य हो गया है तथा अतिरिक्त बिजली का उत्पादन होने पर विद्युत विभाग के पास जमा हो रहा है, जो भविष्य में उपयोग में लाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि विद्युत विभाग के पास 328 यूनिट विद्युत जमा है, जिसका मूल्य लगभग 5058 रूपए है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत सोलर प्लांट लगवाने से बिजली के बिल से राहत मिली है। वही यह पर्यावरण के लिए भी बहुत अच्छा है। सौर ऊर्जा को इससे प्रोत्साहन मिल रहा है। जिससे प्राकृतिक खनिज के उपयोग में कमी आएगी।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना अंतर्गत स्थापित प्लांट नेट मीटरिंग द्वारा विद्युत ग्रिड से संयोजित होगा, जिससे उपभोक्ता द्वारा अपनी खपत से अधिक उत्पादित बिजली ग्रिड में सप्लाई हो जाती है। इससे न केवल उपभोक्ता के घर का बिजली बिल शून्य हो जाता है, बल्कि ग्रिड में दी गई बिजली के एवज में अतिरिक्त आय भी प्राप्त होती है। शासन द्वारा प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना अंतर्गत 30 हजार रूपए से 78 हजार रूपए तक की सब्सिडी प्रति प्लांट दिए जाने का प्रावधान है। रूफटॉप सोलर संयंत्र की क्षमता अनुसार लागत राशि एवं सब्सिडी अलग-अलग है। उपभोक्ता द्वारा सोलर प्लांट के ब्रांड चयन कर सकते हंै। 3 किलोवाट से अधिक क्षमता का प्लांट लगाने पर अधिकतम 78 हजार रूपए तक सब्सिडी का प्रावधान है। प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को वेबसाईट pmsuryaghar.gov.in या PMSuryaGhar मोबाईल एप पर पंजीयन कर लॉग इन आईडी प्राप्त करना होगा। इसके बाद वेब पोर्टल पर उपलब्ध वेंडर का चुनाव कर बिजली कर्मचारी की मदद से वेब पोर्टल पर पूर्ण आवेदन करना होगा। निर्धारित अनुबंध हस्ताक्षरित होने के पश्चात वेंडर द्वारा छत पर प्लांट की स्थापना एवं डिस्कॉम द्वारा नेट मीटर स्थापित किया जाता है। स्थापित प्लांट के सत्यापन पश्चात शासन द्वारा सब्सिडी ऑनलाईन जारी कर दी जाती है। इस दौरान यदि उपभोक्ता इच्छुक हो तो शेष राशि का प्रकरण 7 प्रतिशत ब्याज दर पर बैंक ऋण हेतु बैंकों को जनसमर्थन पोर्टल द्वारा ऑनलाईन प्रेषित किया जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *