छत्तीसगढ़

20 अप्रैल को होगा प्रयास आवासीय विद्यालय के कक्षा 9वीं का प्राकच्यन परीक्षा

20 अप्रैल को होगा प्रयास आवासीय विद्यालय के कक्षा 9वीं का प्राकच्यन परीक्षा

सारंगढ़ बिलाईगढ़, 20 अप्रैल 2025/sns/- मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना के तहत संचालित प्रयास बालक एवं कन्या आवासीय विद्यालयों में वर्ष 2025-26 में कक्षा 9वीं में प्रवेश हेतु प्राकच्यन परीक्षा 20 अप्रैल रविवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक किया जाएगा जिसमें परीक्षार्थी को सुबह 9 बजे परीक्षा केंद्र में अपनी उपस्थिति देनी होगी। परीक्षार्थी द्वारा ओएमआर शीट सुबह 9:30 से 10 बजे तक भराया जाएगा। इस परीक्षा का प्रवेश पत्र (एडमिट कार्ड) विभागीय वेबसाइट एकलव्य डॉट सीजी डॉट एनआईसी डॉट इन https://eklavya.cg.nic.in से डाउनलोड किया जा सकता है।

परीक्षा हेतु विद्यार्थियों के लिए अनिवार्य निर्देश

परीक्षा दिवस को प्रत्येक परीक्षार्थी लगभग 01 घंटे पूर्व अपने परीक्षा केन्द्र में उपस्थित रहे, जिससे उनके मूल पहचान से उनका पहचान किया जा सके एवं परीक्षा केन्द्र में जाने हेतु अनुमति दी जा सके। परीक्षार्थी सम्पूर्ण प्रवेश पत्र पूर्णतः डाउनलोड करें और नवीनतम रंगीन पासपोर्ट आकार के दो फोटो सहित प्रिंट आउट लेकर परीक्षा केन्द्र में जाये। परीक्षार्थिओं को डाकघर के माध्यम से प्रवेश पत्र नहीं भेजा जायेगा। परीक्षार्थी परीक्षा दिवस से एक दिन पूर्व ही अपने परीक्षा केन्द्र की भौगोलिक स्थिति से भलीभांति परिचित हो जायें। परीक्षा प्रारंभ होने के पश्चात् किसी भी परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया जायेगा। परीक्षार्थियों को अपना फोटोयुक्त मूल आईडी  प्रूफ जैसे आधार कार्ड,  विद्यालय का फोटोयुक्त परिचय पत्र इत्यादि परीक्षा दिवस में परीक्षा केन्द्र में लाना अनिवार्य होगा। मूल पहचान पत्र के अभाव में परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया जावेगा। परीक्षार्थियों केवल नीले या काले बाल पाईंट पेन का उपयोग करेंगे। परीक्षार्थियों को कैल्कुलेटर, मोबाईल फोन, पर्स, पाउच स्कार्फ अथवा इलेक्ट्रॉनिक्स सामग्री ले जाया जाना पूर्णतः वर्जित है।

जों में यह आंकड़ा 29 प्रतिशत रहा। डब्ल्यूएचओ की मदद से स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है।

राज्य सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम इस पूरी प्रक्रिया पर सतत निगरानी रख रही है। आभा आईडी को आधार की डेमोग्राफिक जानकारी से जोड़ने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए डब्ल्यूएचओ ने हिंदी में प्रशिक्षण वीडियो भी बनाया है। छत्तीसगढ़ में यह डिजिटल पहल ना सिर्फ बीमारियों के रोकथाम में मददगार साबित हो रही है, बल्कि इससे स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं के प्रति विश्वास बढ़ा है।

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