छत्तीसगढ़

कलेक्टर ने शाला प्रवेश के पहले सभी स्कूलों में आवश्यक मरम्मत के कार्य पूर्ण करने के दिए निर्देश

  • पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी बच्चों के लिए समर कैम्प आयोजित करने कहा
  • स्कूलों को चिन्हांकित कर खेल गतिविधि शुरू करने के दिए निर्देश
  • कलेक्टर ने शिक्षा विभाग की ली बैठक
    राजनांदगांव ,29 मार्च 2025/sms/- कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की बैठक ली। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने 16 जून शाला प्रवेश के पहले सभी स्कूलों में आवश्यक मरम्मत के कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले के सभी स्कूलों में आवश्यकतानुसार रंगरोगन, शौचालय, पेयजल, अतिरिक्त कक्ष जैसे कार्यों को निर्धारित समयावधि के पहले कार्य पूरा करने कहा। उन्होंने सभी बच्चों का जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र शाला प्रवेश के पहले बनाने के निर्देश दिए। जिससे बच्चों को स्कूल में दाखिला के समय किसी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर ने स्कूलों को चिन्हांकित कर खेल गतिविधि शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों की जिस खेल में रूचि है उसी खेल में बच्चों को आगे बढ़ाए, जिससे उनका भविष्य में उस खेल से कैरियर भी तैयार हो सके। स्कूलों में शारीरिक गतिविधि होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य के संबंध में समय-समय में जानकारी लेते रहे।
    कलेक्टर श्री अग्रवाल ने पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी बच्चों के लिए समर कैम्प आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष बहुत अच्छा समर कैम्प आयोजित किया गया था, इस वर्ष भी बहुत अच्छा समर कैम्प आयोजित होना चाहिए। समर कैम्प के माध्यम से बच्चों की विभिन्न गतिविधियां एवं प्रतिभाएं सामने आती है। समर कैम्प के माध्यम से बच्चों में निहित प्रतिभाओं को तराशने का कार्य किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों में कुछ न कुछ प्रतिभा होती है। ऐसे बच्चों को विशेष रूप से ध्यान देते हुए उनकी गतिविधियों को और अच्छा करने के लिए प्रोत्साहित करने कहा। बच्चों की प्रतिभा को प्रोत्साहित करने से उनका परिणाम बहुत अच्छा आएगा। समर कैम्प में विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों जैसे दुर्घटनाओं को रोकने, साइबर फ्रॉड रोकने, गांव को सुन्दर बनाने की दिशा में, पानी की कमी एवं जल सरंक्षण में प्रोजेक्ट बनाने के लिए दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों में शारीरिक गतिविधि, संस्कृति व सोशल गतिविधि होनी चाहिए जिससे व्यक्तित्व विकास होता है। बच्चों को पानी की कमी की समस्या व जल संरक्षण और वृक्षारोपण के महत्व से अवगत कराएं। बच्चों को सामुदायिक गतिविधियों से भी जोडऩे कहा।
    जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास बघेल ने कहा कि चिन्हांकित स्कूलों में खेल के संबंध में जानकारी, ट्रेनिंग एवं शारीरिक गतिविधि कराने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे खेल जिससे बच्चों का भविष्य में कैरियर बने ऐसे खेलों का चयन कर बच्चों को सिखाएं। उन्होंने बताया कि कुश्ती, व्हालीबॉल, बॉक्सिंग, जूडो, टेबल-टेनिस, हैण्डबॉल, फुटबॉल, एथलेट्क्सि, तीरंदाजी, कबड्डी जैसे खेलों को स्कूली बच्चों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जो उनके कैरियर बनाने में मददगार होगी। इसके लिए प्रशिक्षण के लिए कार्ययोजना तैयारी करने के निर्देश दिए। बैठक में सहायक संचालक श्री आदित्य खरे, जिला मिशन समन्वयक श्री सतीश ब्यौहरे, एपीसी श्री आदर्श वासनिक, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य, पीटीआई, शिक्षक उपस्थित थे।

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