रायगढ़, 28, मार्च 2025/ sms/- धरमजयगढ़ वनमंडल अधीनस्थ, छाल परिक्षेत्र के कीदा परिसर अंतर्गत ग्राम जामपाली में जंगली मादा हाथी (शावक) की मृत्यु पोस्टमार्टम रिपोर्ट अनुसार तालाब के पानी में डूबने से होना पाया गया। तत्पश्चात् गड्ढा खोदकर वन अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में विधिवत् मृत हाथी के शव का कफन-दफन किया गया।
वन मंडलाधिकारी धरमजयगढ़ वनमंडल ने जानकारी देते हुए बताया कि परिक्षेत्र सहायक वृत्त बनहर अंतर्गत 17 मार्च 2025 की रात्रि में अलग-अलग दल के 32 हाथी एक साथ विचरण कर रहे थे। उनमें से आज सुबह 7 बजे लगभग पुरूंगा परिसर के कक्ष क्रमांक 550 पी.एफ.से 100 मीटर की दूरी पर ग्राम जामपाली के निजी राजस्व भूमि में स्थित तालाब (चितामाड़ा) में 01 मादा हाथी (शावक) मृत अवस्था में पाया गया। जिसकी सूचना परिक्षेत्र सहायक बनहर द्वारा वन परिक्षेत्राधिकारी छाल को दिया गया। परिक्षेत्र अधिकारी छाल द्वारा वन कर्मचारियों को घटना स्थल में पहुंचने हेतु निर्देशित किया तथा उच्चाधिकारियों को घटना की सूचना दिया गया। पशु चिकित्सा अधिकारियों के गठित दल को शव परीक्षण करने हेतु तत्काल सूचित किया गया। वन अपराध प्रकरण जारी किया गया वन मंडलाधिकारी धरमजयगढ़ एवं उप वनमंडलाधिकारी धरमजयगढ़ द्वारा वन परिक्षेत्राधिकारी छाल एवं अधीनस्थ वन अमलों के साथ घटना स्थल का मौका निरीक्षण किया गया। मौका निरीक्षण में आस-पास किसी प्रकार का कोई संदिग्ध वस्तु नहीं पाया गया है। जिला स्तरीय गठित पशु चिकित्सकों की 03 सदस्यीय समिति के द्वारा मृत जंगली हाथी के शव का विच्छेदन वन अधिकारियों एवं कर्मचारियों के समक्ष किया गया एवं विषरा जांच हेतु मृत हाथी के अंगों का विधिवत् सैम्पल तैयार किया गया।