समर्पण एवं जीवटता के लिए पॉवर कंपनी के अध्यक्ष श्री सुबोध सिंह मिली शाबाशी
राजनांदगांव मार्च 2025/sns/ सतत् विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिएं बिजली कर्मी जी-जान लगाकर जुटे हुए हैं। राजनांदगांव जिला मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर सड़क चिरचारी के समीप जंगल में 33 के0व्ही0 पोल एवं लाइन को लगभग षाम 7.15 बजे हाइवा वाहन के द्वारा दुघर्टनाग्रस्त करते हुए तोड़ दिया गया, जिससे सडकचिरचारी एवं कोठीटोला उपकेन्द्र की विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई, खबर मिलते ही कार्यपालन अभियंता श्री एन0 के0 साहू ने मोर्चा संभाला और पुरी टीम के साथ नये 33 के0व्ही0 पोल को स्ट्रक्चर सहित खडा करते हुए नया इन्सुलेटर एवं लाइन को त्वरित गति से दुरूस्त करते हुए रात 12.45 बजे तक सुधारकर उपभोक्ताओं तक विद्युत आपूर्ति बहाल की। विद्युत अमले की समर्पण एवं जीवटता ने सडकचिरचारी एवं कोठीटोला उपकेन्द्र से संबधित लगभग 12 हजार उपभोक्ताओं के चेहरों में सुकुन एवं मुस्कान ला दी।
पॉवर कंपनी के अध्यक्ष श्री सुबोध सिंह ने सतत विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने विकट परिस्थितियों की चुनौतियों का सामना कर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने वाले विद्युत कर्मियों की सराहना की है। डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री भीम सिंह कंवर ने भी कर्मियों के साहस और समर्पण की प्रशंसा की और उन्हें इसके लिए बधाई दी, वहीं धैर्य रखने के लिए आम जनता को धन्यवाद प्रेषित किया है।
कार्यपालन अभियंता डोंगरगढ़ संभाग श्री एन0 के0 साहू ने बताया कि जंगल में रात को अंधेरें में नये 33 के0व्ही0 पोल को स्ट्रक्चर सहित खड़ा करने में अत्याधिक समय लगा, परंतु विद्युत आपूर्ति बाधित होने की सूचना मिलते ही विभाग का पूरा अमला शीघ्र विद्युत आपूर्ति बहाल करने में लग गया। रात में बड़े वाहन के ठोककर से 33 के0व्ही0 पोल एवं लाइन पुरा ही क्षतिग्रस्त हो गया, पोल टुटकर टुकडें में बंट गया एवं लाइन टूटकर अलग हो गया। इधर उपभोक्ताओं की परेशानियां बढ़ने लगी थीं। इसे दिखते हुए ही रात में ये सभी तैयारियां की गई। नया पोल रात में ले जाकर गड्डा खोदकर पोल खडा करके क्रांक्रिट से जामकर नया वीक्रास आर्म एवं 3 नग पिन इन्सुलेटर लगाकर रात 12.45 बजे तक सडकचिरचारी एवं कोठीटोला क्षेत्र में बिजली सप्लाई सुचारू हो गई और उपभोक्ताओं ने राहत की सांस ली। षानिवार की रात को डोंगरगढ़ संभाग की टीम ने ऐसी तत्परता दिखाई कि उपभोक्ता भी उनसे प्रभावित हुए। हालांकि रात में यह काम किसी चुनौती से कम नहीं था।