छत्तीसगढ़

शिक्षण संस्थान और आंगनबाड़ी केंद्रों में होता है बच्चों का समग्र बौद्धिक विकास – कलेक्टर

सुकमा, 18 जनवरी 2025/sns/- कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव ने शैक्षणिक संस्थानों और आंगनबाड़ी केंद्रों की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया। उन्होंने शासकीय प्राथमिक शाला, माध्यमिक शाला और आंगनबाड़ी केंद्रों का दौरा करते हुए शिक्षा व्यवस्था, पेयजल सुविधा और अन्य मूलभूत सुविधाओं को सुधारने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव ने कहा कि शिक्षण संस्थानों और आंगनवाड़ी केंद्रों में पढ़ाई के साथ ही बच्चों के समग्र मानसिक और बौद्धिक विकास का आधार होता है।
उन्होंने बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर विशेष जोर देने को कहा।
      कलेक्टर श्री ध्रुव ने शासकीय प्राथमिक शाला पटेलपारा का निरीक्षण किया। उन्होंने स्कूल में मूलभूत व्यवस्थाओं की आवश्यकता पर जोर दिया। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों को नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने और वैकल्पिक व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए। कक्षा में बच्चों के साथ बातचीत कर उनकी पढ़ाई की स्थिति का आंकलन किया और शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के निर्देश दिए।
आंगनबाड़ी केंद्र पटेलपारा में  निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री  ध्रुव ने स्मार्ट क्लास की सुविधा प्रारंभ करने के निर्देश दिए ताकि बच्चों को डिजिटल माध्यम में सीखने का अवसर मिले। उन्होंने आंगनबाड़ी में बच्चों के जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड की जानकारी ली और बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। केंद्र में बच्चों को बेहतर पोषण और शिक्षा प्रदान पर जोर दिया गया।
भेलवापाल स्थित शासकीय माध्यमिक शाला का निरीक्षण करते हुए कलेक्टर ने शाला त्यागी बच्चों की जानकारी ली। उन्होंने स्कूल में बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए पालकों के साथ बैठक कर विशेष प्रयास करने को कहा। मध्यान्ह भोजन की जायजा लेते हुए, भोजन की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने स्कूल परिसर में किचन गार्डन शुरू करने के निर्देश दिए, जिससे बच्चों को पोषण और पर्यावरणीय शिक्षा के साथ ही स्वच्छता के महत्व की जानकारी दिया जा सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *