बलौदाबाजार, नवंबर 2024/sns/राज्य शासन के निर्देश एवं कलेक्टर श्री दीपक सोनी के मार्गदर्शन में जिले में कुपोषण के स्तर में कमी लाने के लिए एम्स रायपुर यूनिसेफ के तकनीकी सहयोग से महिला एवं बाल विकास विभाग अति गंभीर कुपोषित बच्चों का समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन (सी मैम) हमर स्वस्थ लईका कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण सह कार्यशाला संपन्न हुआ। उक्त कार्यशाला जिला पंचायत सभा कक्ष में संपन्न हुआ। जिला कार्यक्रम अधिकारी टिक्वेन्द्र जाटवर द्वारा कुपोषण के स्तर में कमी लाने में समुदाय की भूमिका के बारे में अवगत कराया गया साथ ही कुपोषण से होने वाले बच्चों के प्रभाव पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में होन वाली मृत्यु के कारणों में कुपोषण का अत्यधिक योगदान है क्योंकि बच्चों में बीमारी का संक्रमण होने की अधिक संभावना होती है,अतः बार-बार बीमार पड़ते है और उन्हें पुनः स्वस्थ होने में काफी समय लग जाता है। सामान्य बच्चों की तुलना में कुपोषित बच्चों में सामान्य बीमारियों जैसे दस्त, निमोनिया आदि से लगभग 9 से 20 गुना मृत्यु का खतरा बढ़ जाने की जानकारी दी गई। जिले में उक्त कार्यक्रम के अंतर्गत कुपोषित बच्चों को सामथ्र्य एप्प के माध्यम् से नियमित सप्ताहिक फाॅलोअप किया जा रहा है। उक्त प्रशिक्षण में जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी आदित्य शर्मा,रूपेश चक्रधारी पोषण सलाहकार, समस्त परियोजना अधिकारी एवं समस्त पर्यवेक्षक उपस्थित रहे।
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