छत्तीसगढ़

उल्लास साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत जिला स्तर पर मास्टर ट्रेनरों का दिया गया प्रशिक्षण

बलौदाबाजार, 06 सितम्बर 2024/sns/- कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला मिशन साक्षरता प्राधिकरण श्री दीपक सोनी के मार्गदर्शन में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये विकासखण्ड के कुशल प्रशिक्षको का जिला स्तरीय दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन तीन से चार सितम्बर तक विकासखण्ड बलौदाबाजार के विकासखण्ड स्त्रोत केन्द्र समग्र शिक्षा के प्रशिक्षण हाल में किया गया। इस प्रशिक्षण में विकासखण्ड बलौदाबाजार, पलारी, सिमगा एवं भाटापारा के 10-10 तथा विकासखण्ड कसडोल के 20 कुशल प्रशिक्षको को प्रशिक्षण दिया गया।

प्रशिक्षण के पहले दिन जिला परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण आर सोमेश्वर राव, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी बलौदाबाजार राजेन्द्र टंडन, सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कैलाश साहू एवं सहायक नोडल अधिकारी संजय यदु, जिला स्तरीय प्रशिक्षक थानेश्वर चंद्रवंशी एवं अन्नपूर्णा धु्रव की उपस्थिति में माँ सरस्वती के पूजा अर्चना से प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया। जिला स्तरीय प्रशिक्षकों द्वारा बिन्दुवार कुशल प्रशिक्षकों को प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कैलाश साहू ने बताया कि पूरे जिले में सबसे पहले बलौदाबाजार विकासखण्ड ने सफलतापूर्वक शिक्षार्थियों एवं स्वयंसेवी शिक्षकों के प्राप्त लक्ष्य का चिन्हांकन कर उसकी प्रविष्टि उल्लास एप्प मे कर ली गयी है । विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र टंडन ने बताया कि पूरे विकासखण्ड में उल्लास साक्षरता केन्द्र का गठन कर लिया गया है एवं शिक्षार्थियों तथा स्वयंसेवी शिक्षकों की उपस्थिति में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस दिनांक 08.09.2024 को उल्लास साक्षरता केन्द्र का शुभारंभ किया जाएगा। जिला परियोजना अधिकारी आर सोेमेश्वर राव ने बताया कि विकासखण्ड स्तरीय कुशल प्रशिक्षकों द्वारा जिला स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत संकुल स्तर पर स्वयंसेवी शिक्षकों को अध्ययन अध्यापन का एक दिवसीय प्रशिक्षण दिनांक 09.09.2024 से 13.09.2024 के बीच दिया जाएगा । स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रशिक्षण स्थल तक लाने की जवाबदारी ग्राम/वार्ड के प्रभारी को सौपी जायगी। संकुल स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत स्वयंसेवी शिक्षक निर्धारित उल्लास साक्षरता केन्द्रों (विद्यालय भवन, आंगनबाड़ी भवन, मंगल भवन, सामुदायिक भवन) में शिक्षार्थियों के समय और स्थान को ध्यान में रखते हुये 200 घंटे का बुनियादी शिक्षा, सरल अंकगणितिय ज्ञान, वित्तीय साक्षरता, कानुनी साक्षरता, कौशल विकास तथा डिजिटल साक्षरता का ज्ञान प्रदान करेंगे । निर्धारित अवधि में अध्ययन अध्यापन प्राप्त करने के उपरांत शिक्षार्थी माह मार्च 2025 के महापरीक्षा अभियान में सम्मिलित होकर प्रमाण पत्र प्राप्त करेंगे।

प्रशिक्षण के दूसरे और अंतिम दिन कौशल विकास विभाग के सहायक संचालक सुमीत कुमार मेरावी ने कौशल विकास के संबंध में, एनआईसी के अधिकारी सत्यनारायण प्रधान ने डिजिटल साक्षरता के बारे में तथा लीड बैंक मैनेजर विनोय चौहान ने वित्तीय साक्षरता से संबंधित बातें विकासखण्ड स्तरीय कुशल प्रशिक्षकों को विस्तार से बताया।जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय ने बताया कि केन्द्र प्रवर्तित योजना उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत ऐसे सभी शिक्षार्थियों को साक्षरता के सभी घटकों से परिचित कराकर उन्हें परीक्षा में सम्मिलित होने योग्य बनाया जाएगा।

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