छत्तीसगढ़

बीजापुर के अराध्य देव चिकटराज तहसील कार्यालय पहुंचे

कलेक्टर एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों ने विधिवत पूजा-अर्चना कर अराध्य देव चिकटराज का किया स्वागत
स्थानीय संस्कृति और उनके संरक्षण के लिए सहभागी बने जिला प्रशासन

बीजापुर, अप्रैल 2024- बीजापुर के अराध्य देव चिकटराज का आगमन तहसील कार्यालय में हुआ जिनका विधिवत पूजा-अर्चना कर कलेक्टर श्री अनुराग पाण्डेय जिले की सुख समृद्धि एवं शांति के लिए कामना की।

बस्तर अंचल के बीजापुर जिला सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से काफी समृद्ध है यहां की ऐतिहासिक विरासत अपने-आप में वृहद है। अपने अंदर विविध सांस्कृतिक धरोहर संजोए रखे हैं, यहां की समृद्ध शाली परंपरा ऐतिहासिक गौरव की गाथा लिखती है।

ऐसे ही एक ऐतिहासिक परंपरा यहां अराध्य देव चिकटराज की है, जिला मुख्यालय में विराजमान चिकटराज देव जो न सिर्फ बीजापुर के अराध्य है बल्कि वर्ष में एक बार वार्षिक अनुष्ठान के दौरान अंचल वासियों को दर्शन देती है ऐसी मान्यता है तीन दिवसीय वार्षिक अनुष्ठान के दरम्यान ही चिकटराज देव नगर के तहसील कार्यालय पहुँचते हैं। रियासत काल में राजकोष में वित्तीय व्यवस्था अर्न्तगत राजस्व कर इत्यादि के संग्रह के लिए खंजाची नाम व्यवस्था लागू थी राजा-महाराजा द्वारा जिसका समय-समय पर निरीक्षण किया जाता था। चूंकि अब रियासतों का दौर खत्म हो चुका है, उसकी जगह तहसील कार्यालय ने ले ली है।

परंपराअनुसार आज चिकटराज देव तहसील कार्यालय पहुंचे जहां कलेक्टर ने विधिवत पूजा-अर्चना किया एवं स्थानीय संस्कृति के संरक्षण में सहभागी बने श्री अनुराग पाण्डेय जिले का पहला कलेक्टर है जिन्होंने इस रश्म में सहभागी बनकर स्थानीय परंपरा और रीति-रिवाज को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए उपस्थित हुआ। इस दौरान चिकटराज देव द्वारा खंजाची के रूप में रखे बक्सा का निरीक्षण किया गया। वार्षिक अनुष्ठान के द्वितीय दिन यह परंपरा निभाई गई। पूरे विधि विधान के साथ चिकटराज देव के साथ पुजारी मंदिर समिति और गणमान्य लोग तहसील कार्यालय में उपस्थित हुए। कल 23 अप्रैल को चिकटराज में भव्य मेला का आयोजन होगा जिसमें 27 देवी-देवताओं को आमंत्रण भेजा गया है मेले में देवी-देवताओं के प्रतीक चिन्ह के साथ ग्रामीण पहुंचेंगे।

सौ से अधिक बच्चों ने हैलिकॉप्टर में बैठकर उड़ान से संबंधित जानकारी ली
बीजापुर, अप्रैल 2024- बीजापुर सुदूर संवेदनशील और माओवाद प्रभावित ईलाका है यहां प्रतिदिन हेलीकाप्टर आना-जाना लगा रहता है। यहां के बच्चों में हेलीकाप्टर को लेकर कौतहूल बना रहता है। आसमान में हेलीकाप्टर को उड़ते देख सभी बच्चें चाहते हैं कि हम भी करीब से देखें, हेलिकॉप्टर को देखें उसमें बैठें।
कलेक्टर श्री अनुराग पाण्डेय ने बच्चों की जिज्ञासा को शांत करने अभिनव पहल करते हुए 100 से अधिक बच्चों को हेलिपैड बुलाया जिसमें समर्थ के दिव्यांग बच्चे, बीजापुर स्पोर्ट्स एकेडमी सहित एकलव्य आदर्श विद्यालय में बालक-बालिकाओं ने हेलिकॉप्टर में बैठकर अपनी जिज्ञासा को शांत करने की कोशिश की हेलिकॉप्टर में बैठकर बच्चे बहुत उत्साहित नजर आए और हैलीकाप्टर के पायलेट ने हेलीकाप्टर के लेडिंग, टेकऑफ इंजन सहित विभिन्न फंक्शन एवं उसको कैसे ऑपरेट करते हैं विस्तार से बताया बच्चों ने पायलेट से कई सवाल पूछे ऊचांई पर जाने पर जमीन कैसे दिखती है। पेट्रोल से चलता है कि डीजल से, बड़े होकर पायलेट कैसे बन सकते हैं, क्या-क्या पढ़ाई करना पड़ता है जैसे बहुत से सवालों का जवाब बच्चों को मिला और बच्चों ने उत्साह के साथ बड़े होकर बड़ा अधिकारी बनने हेलीकाप्टर का सैर करने पायलेट बनने जैसे इच्छा जताये और मन लगाकर पढ़ाई करने की बात करते हुऐ कलेक्टर श्री अनुराग पाण्डेय को इस सुखद पल के लिए धन्यवाद दिया जिससे उनकी जिज्ञासा शांत हुई।

कार्यालय कलेक्टर के विभिन्न कक्षों का नामकरण हेतु सुझाव आमंत्रित
बीजापुर, अप्रैल 2024- जिला कार्यालय में स्थित सभाकक्ष क्रमांक 01 एवं 02 प्रतिक्षा कक्ष तथा विडियो कांफ्रेस कक्ष क्रमांक 01 एवं 02 का नामकरण करना प्रस्तावित है जिसके लिए जिले के आम नागरिकों सहित अधिकारी-कर्मचारियों से नामकरण हेतु सुझाव 30 अप्रैल 2024 तक आमंत्रित किया गया है। नामकरण के सुझाव जिले के भौगोलिक संरचना, प्रेरणादायक शब्द हो सकता है। प्रस्तावित नाम को समिति के समक्ष रखा जाएगा जिस नाम का चयन होगा उसे भेजने वाले आम नागरिक अथवा अधिकारी-कर्मचारी को सम्मानित किया जाएगा। नामकरण से संबंधित अपना सुझाव कार्यालय जिला जनसंपर्क अधिकारी प्रथम तल जिला कार्यालय कक्ष क्रमांक सी-8 में कार्यालयीन समय तक दिया जा सकता है।

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