उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को किया सम्मानित
मुंगेली, सितम्बर 2023// जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में कलेक्टर श्री राहुल देव ने आज पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय कामकाज की समीक्षा की। उन्होंने वर्ष 2023-24 में जिले में पशु उपचार की संख्या, कृत्रिम गर्भाधान, औषधि वितरण, बधियाकरण, टीकाकरण आदि की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर ने जिला पशु चिकित्सा विभाग के उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित भी किया। जिन्हें सम्मानित किया गया उसमें सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी डॉ. प्रमोद नामदेव, डॉ. के. पी. मरावी, डॉ. आर. बी. गौतम, डॉ. ओम प्रकाश बघेल, श्री एम. के. बंजारा, श्री के. आर. जाँगडे, सुखनंदन चेलकर, जिया राम साहू, सिद्ध राम साहू, कृपालता तिग्गा, श्री के. के. कोशले, शुभेन्द्र सिंह राजपूत, रवींद्र टंडन, संजय कुमार ध्रुव और एल के सिदार तथा वाहन चालक रवींद्र कुमार जाँगडे, रामकुमार पैकरा, परिचारक नंदिनी मिश्रा, मंजु मानिकपुरी, छत्रपाल कुर्मी, अमित जाँगडे, वेद प्रकाश यादव, घनश्याम सूर्यवंशी, उत्तम नेगी, प्रमोद पात्रे एवं कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता श्री धनलाल मिरी, ज्वाला प्रसाद साहू, रमेश कुमार राजपूत शामिल है। कलेक्टर ने सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए आगे भी इसी तरह मन लगाकर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया।
वर्ष 2023-24 में 2 लाख 78 हजार 886 पशुओं को विभिन्न संक्रामक रोगों के विरुद्ध किया गया टीकाकरण
उपसंचालक पशुचिकित्सा डॉ आर एम त्रिपाठी ने बताया कि जिले में पशु चिकित्सा सेवाएं वर्ष 2023-24 में 31 हजार 967 पशु उपचार, 81 हजार 480 औषधि वितरण, 01 हजार 441 सांडो का बधियाकरण, 54 हजार 177 पशुओं की डी वार्मिंग, 61 हजार 235 पशुओं मे किलनी नाशक दवा का छिड़काव तथा 02 लाख 78 हजार 886 पशुओं को विभिन्न संक्रामक रोगों के विरुद्ध टीकाकरण किया गया है। उन्होंने बताया कि विभागीय व्यक्ति मूलक योजनाओं के तहत अजा, अजजा एवं सामान्य वर्ग के हितग्राहियों को कुक्कुट चूजा, सुकरत्रयी, बकरा एवं सांड वितरण हेतु लक्ष्य अनुरूप प्राप्त प्रकरणों की स्वीकृति दी गई है एवं स्वीकृति अनुसार पशु-पक्षियों का वितरण किया जा रहा है।
कृत्रिम गर्भाधान से उत्पन्न 56 मादा वत्सों को पोषण कार्यक्रम के अंतर्गत स्वीकृति प्रदान की गई
त्रि-स्तरीय पंचायती राज के अंतर्गत कृत्रिम गर्भाधान से उत्पन्न 56 मादा वत्सों को पोषण कार्यक्रम के अंतर्गत स्वीकृति प्रदान की गई है। मादा वत्स पालन के अंतर्गत 04 से 24 महीने के आयु की बछिया को अधिकतम 18 हजार रुपये का अनुदान पशु आहार क्रय किए जाने हेतु प्रदाय किया गया है। भारत शासन द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम के चैंथे चरण अंतर्गत जिले में किए गए कृत्रिम गर्भाधान की जानकारी तथा राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत किए गए पशुधन टीकाकरण के बारे में बताया गया। पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड बनाए जाने हेतु चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत 04 हजार 908 आवेदन विभिन्न बैंको को प्रेषित किए जाने एवं 937 आवेदन स्वीकृत किए जाने की जानकारी दी गई।