छत्तीसगढ़

जिला चिकित्सालय में हृदय रोग स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन

दुर्ग, अप्रैल 2023/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.पी. मेश्राम व सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधिक्षक डॉ. योगेश कुमार शर्मा के सफल मार्गदर्शन में एंव डॉ. दिव्या श्रीवास्तव नोडल अधिकारी आर.बी.एस.के. जिला प्रोग्राम मैनेजर पद्माकर शिंदे के नेतृत्व में 26 अप्रैल 2023 को डी.ई.आई.सी जिला चिकित्सालय,दुर्ग में एस.एम.सी हार्ट इंस्टीटयूट के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय चौरसिया एंव डॉ. तुषार मालेवार के सहयोग से चिरायु का जन्मजात हृदय रोग स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें जन्मजात हृदय रोग से ग्रसित बच्चों का जाँच किया गया। शिविर में सर्जरी हेतु 12 बच्चों को चिन्हांकित किया गया। 1 वर्ष बाद 20 बच्चो को पुनः जाँच किया जाएगा। 29 बच्चों का ईको जांच नॉर्मल पाया गया, 3 बच्चे गंभीर हृदय रोग से ग्रसित है। इसके अलावा अन्य बिमारी के 15 बच्चे का पंजीयन हुआ, जिसमे 1 बच्चा कटे फटे होट एंव तालु से ग्रसित था, इनका स्माईल ट्रेन के सहयोग से सर्जरी कराई जायेगी। 3 जन्मजात बधिरता के बच्चे का ई.एन.टी विभाग के विशेषज्ञ डॉ. रिनु तिवारी द्वारा आगे उपचार हेतु परामर्श, 3 कुपोषित बच्चों का एन.आर.सी के माध्यम से उपचार किया जायेगा। 8 अन्य बिमारी के बच्चों को शिशु रोग विशेषज्ञ द्वारा परामर्श एंव उपचार हेतु पंजीकृत किया गया।

     मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेश्राम ने बताया कि अप्रैल 2022 से अब तक 84 बच्चो का चिरायु योजना के अंर्तगत डी.ई.आई.सी मे पंजीकृत आयुष्मान भारत योजना के तहत निःशुल्क सर्जरी कराई गई है। जिसमे 6 बच्चे का कॉकलियर इंप्लांट हुआ है जिनका निरंतर स्पीच थैरेपी डी.ई.आई.सी में दिया जा रहा है ताकि वह बच्चे अन्य सामान्य बच्चों की तरह सुन पायेगा व सामान्य जिन्दगी जी पायेंगे। 42 बच्चे का जन्मजात हृदय रोग की जटील सर्जरी कराई गयी। जिला चिकित्सालय दुर्ग में नेत्र विभाग के नेत्र सर्जन डॉ. कल्पना जेफ द्वारा 8 बच्चो का जन्मजात मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया। 17 बच्चों का कटे फटे होट एंव तालु का, 11 बच्चो का हर्निया एंव युरोजनाईटल का सर्जरी निःशुल्क कराई गई है। 84 बच्चे जिनको जन्मजात विकृती थी, वे चिरायु की मदद से अब सामान्य जिन्दगी जी सकेंगे।

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