दिव्यांगजनों का चिन्हांकन, प्रमाणीकरण, चिकित्सकीय प्रमाण पत्र एवं यूडीआईडी कार्ड पंजीयन तथा वरिष्ठ नागरिकों का हो रहा है स्वास्थ्य परीक्षण
बीजापुर 06 मार्च 2023- कलेक्टर श्री राजेंद्र कुमार कटारा के निर्देशानुसार समाज कल्याण विभाग द्वारा जिले के दिव्यांगजनों का चिन्हांकन, प्रमाणीकरण, चिकित्सकीय प्रमाण पत्र व यूडीआईडी कार्ड पंजीयन तथा वरिष्ठ नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं सहायक उपकरण मूल्यांकन हेतु प्रत्येक शुक्रवार को जिले के प्रत्येक तहसील के स्वास्थ्य केंद्रों में शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक एवं डिप्टी कलेक्टर श्री मनोज कुमार बंजारे के द्वारा बताया गया कि उक्त शिविर के सफल संचालन हेतु सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं नगरी निकाय के अधिकारियों को निर्धारित तिथि पर दिव्यांग जनों एवं वृद्ध जनों को उपस्थित कराने के लिए तथा साथ ही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को संबंधित शिविर में चिकित्सा विशेषज्ञ को उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया गया है। तहसील बीजापुर क्षेत्र के लिए दिनांक 3 मार्च को जिला हॉस्पिटल बीजापुर में, तहसील भैरमगढ़ क्षेत्र के लिए 10 मार्च को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भैरमगढ़ में, तहसील भोपालपटनम क्षेत्र के लिए 17 मार्च को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भोपालपटनम में, तहसील उसूर क्षेत्र के लिए 24 मार्च को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आवापल्ली में, तहसील गंगालूर क्षेत्र के लिए 29 मार्च को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंगालूर में तथा तहसील कुटरू क्षेत्र के लिए 31 मार्च को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुटरू में शिविर का आयोजन किया जा रहा है। 3 मार्च को जिला हॉस्पिटल बीजापुर में 100 से अधिक दिव्यांगजनों एवं वृद्ध जनों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। लगभग 28 दिव्यांग जनों का दिव्यांग का प्रमाण पत्र के लिए चिन्हांकन किया गया है। इस दौरान तहसील पारा बीजापुर के निवासी अस्थि बाधित दिव्यांग सुख चंद गांधी को व्हीलचेयर प्रदान किया गया।
अनैतिक व्यापार मानव तस्करी महिला अधिकार विषय पर उन्मुखीकरण कार्यक्रम
बीजापुर 06 मार्च 2023- कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा के निर्देशन पर जिला में मानव तस्करी रोकने महिलाओं एवं बालिकाओं को सुरक्षा सम्बंधित कानूनी प्रावधानों का व्यापक प्रचार-प्रसार कर जागरूक करने के लिए विभिन्न स्थानों पर उन्मुखीकरण कार्यक्रम किया गया है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अनैतिक व्यापार मानव तस्करी को रोकने हेतु जिले के आवापल्ली, नैमेड़ व कुटरू में जागरूकता शिविर का आयोजन हुआ है जिसमे महिलाओं / बालिकाओं के संरक्षण संबंधित विधिक प्रावधनों पर उन्मुखीकरण बच्चों को लैंगिक हिंसा, बाल शोषण, बाल श्रम, बाल विवाह बच्चों के अनैतिक व्यापार, महिलाओं के विरूद्ध होने वाले घरेलू हिंसा, दहेज प्रतिषेध अधिनियम पर महिलाओं / बालिकाओं को कानूनी जानकारी दिया गया। इस जागरूकता कार्यक्रम में महिला संरक्षण अधिकारी, सखी व जिला बाल संरक्षण इकाई के अधिकारी / कर्मचारियों द्वारा किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012, बालक कल्याण समिति, दत्तक ग्रहण विनियमन पर जानकारी देते हुए बताया गया कि देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चे, बाल श्रमिक, बाल भिक्षावृत्ति, सड़क पर रहने वाले बच्चे, अपशिष्ट संग्रहण में लिप्त बच्चों को समाज के मुख्य धारा में जोडने, बाल विवाह का रोकथाम एवं बाल विवाह के दुष्परिणाम की जानकारी, चाईल्ड हेल्प लाईन नंम्बर 1098 एवं महिला हेल्प लाईन नंम्बर 181 की जानकारी दिया गया। बच्चों के अनैतिक व्यापार अधिनियम, ग्राम पंचायत स्तर पर संधारित पलायन पंजी, ग्राम पंचायत स्तर पर शाला त्यागी बालक-बालिकाओं को स्कूल से जोड़े जाने पर एवं गोद लेने की वैधानिक प्रक्रिया, दत्तक ग्रहण नियम 2017, बाल श्रम अधिनियम पर चर्चा कर जानकारी दिया गया। इस कार्यक्रम महिला संरक्षण अधिकारी श्रीमती शीला भारद्वाज महिलाओं के विरूद्ध हो रहे हिंसा के रोकथाम हेतु कानूनी जानकारी दी गई एवं कानूनी रूप से महिलाओं को प्राप्त अधिकारों की जानकारी दी। एवं सखी वन स्टाप सेंटर बीजापुर में महिलाओं के हिंसा होने पर तत्काल 24 घंटे सेवा एवं अल्पकलीन रूकने की सुविधा के बारे में जानकारी दी गई और अधिक से अधिक महिलाओं तक इसकों पहुंचाने हेतु कहा गया। उक्त कार्यक्रम में समूह की महिलाएं किशोरी बालिकाएं सम्मिलित हुए।
भोपालपटनम हाट बाजार में लगा जनसंपर्क विभाग का सूचना शिविर
सूचना शिविर मे छत्तीसगढ़ शासन की लोककल्याणकारी योजनाओं को जानने लोगो में रही उत्सुकता
गुल्लापेटा की अनिता तामड़ी ने ली छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं की जानकारी
बीजापुर 06 मार्च 2023- जनसंपर्क विभाग बीजापुर द्वारा जिला एवं विभिन्न ब्लाक मुख्यालय के हाट-बाजारों में राज्य शासन के चार वर्ष की उपलब्धि एवं महत्वपूर्ण योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कर लोगों को योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। जिसमें जिला जनसंपर्क कार्यालय के टीम द्वारा लोगों को योजनाओं से लाभ लेने के लिए प्रेरित कर योजनाओं से जुड़े विभिन्न प्रकार के प्रचार-प्रसार ब्रोसर, पाम्पलेट, मासिक पत्रिका जनमन, कैलेंडर, सहित विभिन्न प्रचार सामग्री का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। 05 मार्च दिन रविवार को शिविर के अंतिम दिवस पर भोपालपटनम ब्लॉक के हाट बाजार में शिविर का आयोजन किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ सरकार के महत्वाकांक्षी योजना राजीव गांधी किसान न्याय योजना, बिजली बिल हाफ योजना, गोधन न्याय योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन वनाधिकार पत्र सहित विभिन्न योजनाओं की जानकारी सनबोर्ड एवं प्रचार सामग्री के माध्यम से दी गईं। जिसमें दिनभर लोगो का शिविर में आना-जाना लगा रहा लोगों ने बढ़-चढ़कर शासन की योजनाओं की जानकारी लेने मे उत्सुकता दिखाई, जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित शिविर की प्रशंसा भी किए कि बड़ी आसानी से सूचना बोर्ड एवं प्रचार सामग्री से सभी विभागों की जानकारी मिल रही है भोपालपटनम हाट बाजार में शिविर का प्रशंसा करते हुए गुल्लापेटा की अनिता तामड़ी ने कहा कि इस तरह का शिविर बहुत ही जरूरी है शासन की योजनाओं की जानकारी जमीनी पर पहुंच रही है। वही प्रचार सामग्री से लोगों को योजनाओं को जानने का मौका मिला। इसी तरह मददेड पंचायत से लक्ष्मीकांता, रुद्रारम पंचायत से तारा दुर्गम जैसे कई गणमान्य नागरिको ने शिविर को आवश्यक और महत्वपूर्ण बताया।
20 साल बाद पिटेपाल में विकास की दस्तक, पथराई आंखों में नई भोर की जगी उम्मीद
बीजापुर 06 मार्च 2023- हम बात कर रहे हैं विकासखंड भैरमगढ़ के ग्राम पंचायत बेचापाल की जो कभी बीजापुर क्षेत्र में माओवाद प्रभावित अतिसंवेदनशील क्षेत्र के रूप में जाना जाता था। किंतु यह अब बीते दिनों की बाते है ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि इस ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम पिटेपाल में सामुदायिक पुलिसिया कार्यक्रम के तहत 20 साल बाद पहली बार ग्रामीणों के लिए शिविर के माध्यम से शासन की हितग्राहीमूलक तमाम योजनाओं के हितग्राहियों का चिन्हांकन कर ग्रामीणों को होने वाले फायदे से अवगत कराया। नक्सली दहशत की उबड़-खाबड पगगंडियों से निकलने और शासन की योजनाओं से जुड़कर ग्रामीण विकास की पक्की सड़क में दौड़ने को आतुर हैं।
शिविर में आस पास के लगभग 5 सौ से अधिक ग्रामीणों को कंबल, खाना बनाने के बर्तन और बच्चों को पुस्तक-कापी का वितरण किया किया गया। शिविर में बुजुर्ग जिनकी पथराई आंखों में बदलते परिवेश की नई भोर की उम्मीद, महिलाएं जिनके चेहरे पर अपने दूध मुहें बच्चों के लिए सुरक्षित भविष्य की चमक और खिलते हुए बच्चे जिनके होठों पर अक्षर ज्ञान और विज्ञान को समझने की जिज्ञासा भरी मुस्कान शामिल होकर एक नई जिंदगी लिखने की झटपटाहट लिए शामिल हुए। यह शिविर अपने-आप मे बहुत सफल साबित हुई लोगों का पूरा समर्थन विकास की ओर दिखाई दिया।