छत्तीसगढ़

सिंगल मीटर के सहारे मधुरिशा हाइट्स फेस 03 का 56 परिवार, एसोसिएशन के सदस्य पहुंचे जनदर्शन

मेहनत के 40 हजार लगाए किसान विकास पत्र में निकालने के लिए लगाने पड़ रहे पोस्ट आफिस के चक्कर, जनदर्शन पहुंचा फरियादी

-आज जनदर्शन में 138 आवेदन प्राप्त हुए

       दुर्ग, फरवरी 2023/मधुरिशा हाइट्स फेस 3 के रेसिडेंशियल एसोसिएशन प्रगति नगर के पदाधिकारी आज कलेक्टर जनदर्शन में पहुंचे। उन्होंने बताया कि 3 ब्लाक के घरों में रह रहे 56 परिवारों को उच्च दर में बिजली बिल का भुगतान करना पड़ रहा है। एसोसिएशन के सदस्यों का कहना था कि वहां के निवासीगणों को बिजली के स्थाई कनेक्शन से संबंधित समस्या आ रही है। 03 ब्लाक के अर्पाटमेंट में रहने वाले 56 परिवार को बिल्डर की लापरवाही के चलते व्यक्तिगत बिजली कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है। क्योंकि बिल्डर द्वारा कुछ लोगों के फाइनल रजिस्ट्री के कागजात उपलब्ध नहीं कराया गया है और बिजली के उपलब्धता के लिए पूर्व के बचे बिजली के बिल का भुगतान नहीं किया गया है इसके चलते यह समस्या उत्पन्न हो रही है। जिसके लिए पूर्व में जिला प्रशासन को अवगत कराया गया था जिसमें उसके द्वारा सकारात्मक कदम उठाए गए थे, जिसके तहत् तहसीलदार कार्यालय से प्रपत्र जारी किया गया था। जिसे मधुरिशा हाईट्स के निवासीगण द्वारा सीएसईबी के समक्ष् आवेदन के साथ प्रस्तुत किया गया था। आवेदन तो स्वीकार किया गया परंतु कार्य की प्रगति की दिशा में कार्यवाही धीमी गति से चल रही है। व्यक्तिगत स्थाई कनेक्शन नहीं दिए जाने से वहां के निवासियों को 09 रूपए प्रति यूनिट की दर से बिजली बिल का भुगतान करना पड़ रहा है। क्योंकि एक ही मीटर से 56 घरों में बिजली उपलब्ध हो रही है इसलिए मीटर में यूनिट खपत ज्यादा प्रदर्शित होती है। जिसे वहां के निवासी सब मीटर लगाकर अपने यूनिट उपयोग अनुरूप बिल का भुगतान करते हैं। इसलिए प्रति घर इन निवासियों  को अधिक बिल प्रदाय करना पड़ रहा है। वेलफयर एसोसिएशन के सदस्यगणों का निवेदन था कि मधुरिशा हाईट्स फेस 03 को प्राथमिकता देते हुए इस समस्या का निदान किया जाए और बिल्डर को मूलभूत आवश्यकताओं के मेंटनेंस के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया जाए। कलेक्टर ने मामले का संज्ञान लेते हुए सीएसईबी के संबंधित अधिकारी को आवेदन प्रेषित किया।

किसान विकास पत्र को भुनाने में असमर्थ आवेदक भी जनदर्शन पहुंचा था। जिसके कथनानुसार 10 सितंबर 2010 को निवेश के दृष्टिकोण से उसने 40 हजार की राशि का किसान विकास पत्र खरीदा था। किसान विकास पत्र की तय अवधि समाप्त हो जाने पर आवेदक राशि को भुनाना चाहता था। आवेदक से त्रुटिवश किसान विकास पत्र की ओरिजनल कॉपी गुम जाने के कारण इसकी सूचना उसने पोस्ट आफिस में दी और अग्रिम आवेदन किस प्रकार प्रस्तुत करें इस संबंध में जानकारी मांगी। शुरूवात में पोस्ट आफिस द्वारा उन्हें एफ.आई.आर. दर्ज कराने के लिए कहा गया। क्रमवार उन्हें जो-जो दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा गया उसे उसके द्वारा प्रस्तुत किया गया। चाहे बांड हो या अन्य वांछित दस्तावेज परंतु उनके प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों में पोस्ट आफिस लगातार त्रुटियां निकालकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है। पोस्ट आफिस के द्वारा उन्हें स्पष्ट जानकारियां मुहैय्या नहीं कराई जा रही है। जिससे वह अपने हक के पैसे से वंचित है, इसलिए कलेक्टर महोदय से उनका निवेदन था कि उनकी मेहनत की राशि उन्हें मुख्य पोस्ट आफिस दुर्ग से उन्हें प्रदान कराई जाए। कलेक्टर ने पोस्ट आफिस दुर्ग के संबंधित अधिकारी को आवेदन प्रेषित किया।
आज जनदर्शन में 138 आवेदन प्राप्त हुए।

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