रायपुर, 12 फरवरी 2023/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, सुप्रसिद्ध कवयित्री और भारत की पहली महिला राज्यपाल स्वर्गीय श्रीमती सरोजिनी नायडू की 13 फरवरी को जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया है। श्री बघेल ने कहा है कि श्रीमती सरोजिनी नायडू विश्व भर में भारत कोकिला के नाम से जानी जाती हैं। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने देश की आजादी के साथ ही महिलाओं के अधिकारों विशेषकर महिला शिक्षा के लिए आवाज उठाई। श्रीमती नायडू की स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका और महिला अधिकारों के लिए उनके संघर्ष के सम्मान में हर साल उनकी जयंती पर राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। श्री बघेल ने कहा कि श्रीमती नायडू के विचार और मूल्य हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।
संबंधित खबरें
मिलेट्स शामिल किए जाएं मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम में : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
बच्चों को मिलेगा पोषण, मिलेट्स की बढ़ेगी खपत, किसानों को होगा फायदा मुख्यमंत्री ने राजधानी रायपुर में तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ मिलेट कार्निवल का किया शुभारंभ नगरीय क्षेत्रों में खुलेंगे 6 मिलेट्स कैफे भारत सरकार के मिलेट्स रिसर्च इंस्टीट्यूट के सीईओ ने की छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन की सराहना रायपुर, 17 फरवरी 2023/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल […]
जिले में 07 से 21 अप्रैल तक राजस्व पखवाड़ा का होगा आयोजनराजस्व संबंधी समस्याओं का किया जाएगा त्वरित निराकरण
जांजगीर-चांपा , 05 अप्रैल 2025/sms/- कलेक्टर श्री आकाश छिकारा के निर्देशन में जिले के विभिन्न ग्राम के पटवारी हल्का मुख्यालयों में राजस्व संबंधी समस्याओं के त्वरित निराकरण हेतु 07 से 21 अप्रैल तक राजस्व पखवाड़ा आयोजित किया जाएगा। राजस्व पखवाड़ा के दौरान ग्रामीणों को उनकी समस्याओं का त्वरित निराकरण हेतु संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहेंगे।कब और […]
स्टील उत्पादकों ने ऊर्जा प्रभार में बड़ी छूट से बढ़ाया अपना मार्जिन, आम उपभोक्ताओं को नहीं दिया लाभछूट अवधि में लोहे का भाव 34,000 रू. से बढ़ कर पहुंचा 53,000 रू.छत्तीसगढ़ में स्टील उद्योगों को छूट की रहस्यमय कहानी
रायपुर, 31 जुलाई 2024/sns/- सरकारें जब किसी उद्योग को जब कोई रियायत, छूट या सब्सिडी देती हैं तो उनका प्रमुख उद्देश्य यह होता है कि उत्पादन बढे और इसका अंतिम लाभ आम जनता को वह वस्तु सस्ती दरों पर उपलब्ध हो सके लेकिन छत्तीसगढ़ में विगत 4 वर्षों में उल्टी गंगा ही बहाई गई। विगत […]