कवर्धा, नवम्बर 2022। कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा सोमवार को विकासखण्ड सहसपुर लोहारा के ग्राम चंदैनी में अखिल भारतीय समन्वित मृदा परीक्षण फसल अनुक्रिया सहसंबंध परियोजना के आदिवासी उपयोजना के तहत मृदा परीक्षण आधारित संतुलित उर्वरक उपयोग पर धान का समूह फसल प्रदर्शन कार्यक्रम लिया गया है। जिसके तहत ग्राम चंदैनी में फसल धान किस्म स्वर्णा का प्रदर्शन दिया गया। जिसका उदे्दश्य जिले में धान फसल में मृदा परीक्षण के अनुशंसा के अनुरूप उर्वरक उपयोग कर लक्षित उपज प्राप्त करना है। प्रक्षेत्र दिवस में धान उत्पादन तकनिकी जैसे उन्नत किस्म के बीज एवं सम्पूर्ण फसल सुरक्षा की जानकारी किसानो को दी गई साथ ही कबीरधाम जिलें के प्रमुख फसलें धान, सोयाबीन, गन्ना एवं चना उत्पादन तकनीकी के बारे में किसानों को अवगत कराया गया।
प्रक्षेत्र दिवस के अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र, कवर्धा के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बी.पी. त्रिपाठी ने चना में लगने वाले प्रमुख रोग एवं कीट का समन्वित प्रबंधन पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी एवं दलहन एवं तिलहन फसल को बढ़ावा देने हेतु अच्छे बीज एवं उन्नत तकनीकी किसानो का बताई। वैज्ञानिक डॉ. राजेश्वरी साहू ने उन्नत किस्म के बीज एवं उर्वरक प्रबंधन की जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम चंदैनी के सैकड़ों किसानो द्वारा कृषकों के प्रक्षेत्र में लगे धान प्रक्षेत्र का भ्रमण एवं अवलोकन किया गया। श्री बी. एस. परिहार, विषय वस्तु विशेषज्ञ, सस्य विज्ञान द्वारा धान फसल में संतुलित उर्वरक उपयोग के बारे मे कृषको को जानकारी दी गई। इंजी. टी. एस. सोनवानी, विषय वस्तु विशेषज्ञ, कृषि अभियांत्रिकी द्वारा कृषि में यंत्रों उपयोग एवं रख-रखाव के बारे मे विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।