रायपुर, 22 अक्टूबर 2022/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में दीपावली की सांस्कृतिक परंपरा के अनुरूप आज धनतेरस पर अपने निवास के द्वार पर धान की झालर बांधने की रस्म पूरी की।
दीपावली के दौरान खेतों में जब नयी फसल पककर तैयार हो जाती है, तब ग्रामीण धान की नर्म बालियों से कलात्मक झालर तैयार करते हैं। इनसे घरों की सजावट कर वे अपनी सुख और समृद्धि के लिए मां लक्ष्मी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उन्हें पूजन के लिए आमंत्रित करते हैं। ऐसा लोक विश्वास है कि उनका यह आमंत्रण उन चिड़ियों के माध्यम से देवी तक पहुंचता है, जो धान के दाने चुगने आंगन और द्वार पर उतरती हैं। इस तरह प्रदेश की लोक-संस्कृति अपनी खुशियों को प्रकृति के साथ बांटती है और उसे सहेजती है। छत्तीसगढ़ में बस्तर से लेकर सरगुजा तक धान की झालर घर के आंगन और द्वार पर लटकाए जाने की परंपरा है। जिसे पहटा अथवा पिंजरा भी कहा जाता है।
वरिष्ठ नागरिकों को दी जाएगी आवश्यक उपकरण सुकमा, 24 फरवरी 2023/ जगदलपुर स्थित लागबाग मैदान में 3 मार्च को उपकरण वितरण के लिए संभाग स्तरीय मेगा समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस समारोह के माध्यम से वरिष्ठ नागरिकों को उनकी आवश्यकता अनुसार छड़ी, चश्मा, कृत्रित दांत, व्हील चेयर, श्रवण यंत्र सहित अन्य उपकरण प्रदान की […]
रामपाल मंदिर में दर्शन कर जिले की खुशहाली की कामनाजगदलपुर 11 जनवरी 2024/ कलेक्टर श्री विजय दयाराम के. गुरुवार को अपने निरीक्षण दौरा के दरमियान जगदलपुर विकासखंड के करणपुर धान उपार्जन केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने धान की नमी मापक यंत्र के माध्यम से धान की नमी संज्ञान लिया। खरीदी प्रभारी से पंजीकृत किसानों […]
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के विभागों के लिए 21,277 करोड़ 28 लाख से अधिक की अनुदान मांगें पारित प्रधानमंत्री आवास योजना केवल ईंट और गारे से बने घरों का कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह लाखों जरूरतमंदों के सम्मान, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है: श्री विजय शर्मा वित्तीय वर्ष 2025-26 में पीएम आवास के लिए 8500 […]