अनुशासन में रहके शिक्षा के मूल्यों को ग्रहण किया जा सकता है-अधिष्ठाता डॉ.ए.के.सिंह
रायगढ़, अक्टूबर 2022/ कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, रायगढ़ के पहले वर्ष के विद्यार्थियों का इंडक्शन प्रोग्राम हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए शैक्षणिक प्रभारी डॉ.श्रिकांत साँवरगाँवकर ने कृषि शिक्षा के विद्यार्थियों को कालेज की गतिविधियों और फैकल्टी से परिचित कराया। कार्यक्रम के अगले वक्ता के रूप में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.पी.एम.पराए ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा जीवन का अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है, इससे विद्यार्थियों का ज्ञानार्जन होता है, परंतु जब वे नियमित रूप से महाविद्यालय में उपस्थित रहेंगे तभी इसका लाभ उन्हें मिल सकता है। परीक्षा प्रभारी एवं आनुवंशिकी एवं पादप प्रजनन की सहायक प्राध्यापक श्रीमती रोशनी भगत ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा की परीक्षा शिक्षा पद्धति का एक अहम हिस्सा है जो नियमित कक्षा में उपस्थित होगा वो परीक्षा में उतना बेहतर ढंग से लिख पाएगा। उन्होंने परीक्षा के विभिन्न नियमों से विद्यार्थियों को अवगत कराया। मृदा विज्ञान के सहायक प्राध्यापक एवं एनएसएस समन्वयक श्री गंगा राम राठिया ने एनएसएस के विभिन्न शिविरों के बारे में प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को बताया।
उद्यान विज्ञान की सहायक प्राध्यापिका एवं छात्रवृति प्रभारी डॉ.श्रीमती सरिता अग्रवाल ने विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की छात्रवृति के बारे में विद्यार्थियों को परिचय कराया। महाविद्यालय के सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी श्री सुनील कुमार गौतम ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा की पुस्तकालय किसी भी शैक्षणिक संस्थान का हृदय होता है इसलिए विद्यार्थीगण जितना ज़्यादा पुस्तकालय में आकर पुस्तकों का उपयोग करेंगे उतना ज़्यादा उनका ज्ञानार्जन होगा। उन्होंने विद्यार्थियों से ई-लाइब्रेरी का सदुपयोग करते हुए उनमें रखे कम्प्यूटर के माध्यम इ-संसाधन को पढऩे की बात कही। एलपीएम के सहायक प्राध्यापक एवं खेल एवं सांस्कृतिक प्रभारी डॉ.ब्रिजेश पटेल ने कहा कि पढ़ाई के साथ विश्वविद्यालय में विभिन तरह खेल एवं सांस्कृतिक आयोजन होते रहते हैं जिनमे वो अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकते हैं। उन्होंने महाविद्यालय में उपलब्ध सभी तरह के खेल से सुविधा से विद्यार्थियों को अवगत कराया। महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ.सिंह ने विद्यार्थियों से आह्वान किया की लक्ष्य निर्धारित कर सभी लोग नियमित रूप से कक्षा में उपस्थित हों। उन्होंने महाविद्यालय में उपलब्ध सभी प्रकार के सुविधाओं के बारे में विद्यार्थियों से चर्चा किया। उन्होंने कहा की अनुशासित रहकर आप जीवन में सफल हो सकते हैं। उन्होंने कालेज की मर्यादा को बरकार रखने के लिए नियमों का ख्याल रखने संबंधी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया। कृषि अर्थशास्त्र के अतिथि शिक्षक डॉ.मुकेश सेठ ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि शत- प्रतिशत कक्षा में अपनी उपस्थिति रखते हुए वे अपना ज्ञानार्जन कर सकते हैं। कृषि अभियांत्रिक के अतिथि शिक्षक के रूप में डॉ.योगेश कोसरिया ने विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाते हुए उनको लक्ष्य आधारित शैक्षणिक जीवन की तरफ़ बढऩे के लिए प्रेरित किया। महाविद्यालय के किट विज्ञान की अतिथि शिक्षक डॉ.संध्या सिन्हा ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ साथ सर्वांगीण विकास के लिए प्रेरित किया। कृषि विस्तार की अतिथि शिक्षक सुश्री अंकिता सिंह ने कृषि शिक्षा का महत्व बताते हुए विद्यार्थियों से कहा की कृषि शिक्षा का भविष्य अत्यंत उज्ज्वल है और कैरियर के लिए एक अच्छा विकल्प है। कृषि सांख्यिकी की अतिथि शिक्षक सुश्री गामिनी वर्मा ने महाविद्यालय में उपलब्ध सभी संसाधनों का बेहतर तरीक़े से उपयोग करने के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
