छत्तीसगढ़

स्वाइन फ्लू के बचाव एवं रोकथाम हेतु दिशा निर्देश

दंतेवाड़ा, सितंबर 2022। राज्य स्तर द्वारा स्वाइन फ्लू के बचाव एवं रोकथाम के संबंध में जिले से इंफ्लूएन्जा H1N1(स्वाइन फ्लू) के संभावित प्रकरणों का सर्विलेंस जाँच एवं उपचार हेतु दिशा निर्देश जारी किये गये है। वर्तमान में स्वाइन फ्लू के रोकथाम एवं बचाव हेतु निर्देशानुसार स्वाइन पलू एक श्वसन तंत्र का संक्रमण है जो मनुष्यों में इंफ्लूएन्जा H1N1 (स्वाइन फ्लू) के वायरस से होता है। यह प्रकरण आमतौर पर सर्दियों में होते है, पर इसका वायरस मानसून में भी सक्रिय हो गया है। इससे बचने और सावधान रहने की जरूरत है, स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लोगों को मौसमी बीमारियों के साथ स्वाइन फ्लू से अलर्ट रहने की अपील की जाती है। इससे बचाव एवं सुरक्षा हेतु छींकते एवं खासते समय मुंह को रूमाल एवं कपड़े से अवश्य ढंके, नियमित रूप से दिन में कई बार हाथों को साबुन व साफ पानी से धोए बुखार, खांसी, जुकाम, छीक, गले में खराश, आखों में लाली, सांस लेने में कठिनाई के लक्षण वाले व्यक्ति से कम से कम 1 मीटर दूरी अवश्य बनाकर रखें एवं हाथ मिलाना आदि से बचें। निष्प्रयोज्य सामग्री का उचित निस्तारण करे। स्वाइन फ्लू के लक्षण होने पर नजदीकी शासकीय चिकित्सालय में तुरंत संपर्क करें। यदि आपको स्वाइन फ्लू के लक्षण लगे तो घर पर ही रहें। स्कूल कार्यालय अथवा भीड़ वाले स्थानों पर न जाएं एवं बिना हाथ धोए अपनी आंख मुह एवं नाक को न छुएए। जिले के आमजानों से अपील की जाती है कि इस प्रकार के लक्षण पाये जाने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में अपना उपचार अवश्य कराये। अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नम्बर 104 में सम्पर्क कर सकते है। केन्द्र में अपना उपचार अवश्य कराये। अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नम्बर 104 में सम्पर्क कर सकते है।

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