छत्तीसगढ़

आदिवासियों को प्रताड़ित करने वाले अधिकारी के विरुद्ध जिलापंचायत सीईओ को आयोग द्वारा पत्र प्रेषित कर कार्यवाही करने दिए गए निर्देश

पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग ने की बीजापुर में सुनवाई

बीजापुर, सितम्बर 2022- छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर किरणमयी नायक एवं सदस्य श्रीमती नीता विश्वकर्मा, श्रीमती अर्चना उपाध्याय की उपस्थिति में जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जनसुनवाई हुई जिले से प्राप्त तीन प्रकरणों की सुनवाई की गई जिसमें एक प्रकरण  मानसिक प्रताड़ना अंतर्गत आवेदिका सहायक ग्रेड -2 कार्यरत संस्थान उप संचालक पशुचिकित्सा विभाग बीजापुर द्वारा अनावेदक पत्रकारगण के विरूद्ध मानसिक प्रताड़ना का आवेदन अंतर्गत आवेदिका ने अनावेदक के उपर मानसिक प्रताड़ना व मानहानि का आरोप लगाया अनावेदक पक्ष ने सूचना के अधिकार के तहत आवेदिका के विरूद्ध सिविल सेवा आचरण अधिनियम के विरूद्ध कार्य करने पर कलेक्टर को शिकायत करने की बात कही। उभय पक्षों के बयान के आधार पर आवेदिका के विरूद्ध विभागीय जांच प्रक्रियाधीन होने की दशा में माननीय अध्यक्ष द्वारा विभागीय जांच पूर्ण होने तक प्रकरण को लंबित रखने की बात कही। जांच में आवेदिका निर्दाेष सिद्ध होने की दशा में अनावेदक के विरूद्ध दीवानी और अपराधिक प्रकरण दर्ज करने की समझाईश आवेदिका को दी गयी।               तीसरा प्रकरण कार्यस्थल पर प्रताड़ना के तहत आवेदिका ने अनावेदक जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण जिला बीजापुर के ऊपर गंभीर आरोप लगाए आवेदिका ब्लाक समन्वयक के पद पर कार्यरत थी। अनावेदक के द्वारा मानसिक प्रताड़ना अभद्र भाषा का उपयोग करने के कारण पद से इस्तीफा दे चूकि है। आवेदिका के अलावा अन्य सात कर्मचारी जिनमें से तीन कर्मचारी ने इस्तीफा दे चुके हैं और चार कार्यरत कर्मचारियों द्वारा अनावेदक के उपर आरोप लगाया गया है। कि उनके द्वारा कर्मचारियों को अपनी शक्ल आईने मे देखो, तुमको शर्म आनी चाहिए, बीजापुर के आदिवासी किसी काम के लायक नहीं है इस तरह से गाली गलौच और दुर्व्यवहार एवं अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है। इन्हीं कारणों से अनावेदक के कार्यकाल के दौरान सन 2016 से 2022 तक कुल 17 लोगों ने  काम छोड़े कुछ ने इस्तीफा दिया तो कुछ लोगों को काम से निकाला गया। बयान देने वाले कर्मचारीगण एवं एक कर्मचारी से विडियों कॉल के माध्यम से अपना बयान दर्ज करवाया। सुनवाई के दौरान आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने इस प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए कहा की बीजापुर जिले के गरीब आदिवासी जो अपने जीवन यापन करने के लिए रोजगार कर रहे हैं, उनको बार बार अभद्र व्यवहार कर प्रताड़ित कर रहे हैं और उन्हें बार बार प्रताड़ित करना गम्भीर है। इस जिले के कोई भी अधिकारी यहां के स्थानीय लोगो से सभ्यता और सौम्यता से पेश आएं उनके जीवन यापन को ऊपर लाने की दिशा में प्रयास करने के निर्देश भी दिए। इस प्रकरण की गंभीरता के मद्देनजर रखते हुए अनावेदक के नियोक्ता सीईओ जिला पंचायत का प्रतिवेदन आवश्यक है, सीईओ जिला पंचायत से विस्तृत प्रतिवेदन प्राप्त करने के पश्चात प्रतिवेदन के आधार पर निर्णय पर विचार किया जायेगा। निर्णय की जानकारी जिला कलेक्टर को उपलब्ध कराते हुए पक्षकारों को सूचना दी जायेगी। एक अन्य प्रकरण में मानसिक प्रताड़ना अंतर्गत आवेदिका (स्टाफ नर्स) विरूद्ध अनावेदक (स्टाफ नर्स) कार्यरत संस्थान जिला चिकित्सालय बीजापुर के प्रकरण को आपसी रजामंदी के तहत नस्तीबद्ध किया गया।इस दौरान राज्य महिला आयोग के सदस्य सहित जिले के सभी अनुभाग के एसडीएम एवं एसडीओपी, जिला महिला बाल विकास अधिकारी उपस्थित थे।

ग्रामीण महिलाओं को समूह से जोड़ने की कवायद

महिलाओं को समूह के माध्यम से आजीविका मूलक गतिविधि से जोड़ना प्रमुख लक्ष्य

कर्मचारी घर-घर जाकर समूह से जुड़ने कर रहे प्रोत्साहित

बीजापुर, सितंबर 2022& राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत जिले में ग्रामीण महिलाओं को  समूह से जोड़कर आजीविका संवर्धन हेतु सोसल मोबलाइजेशन इंस्टूट बिल्डिंग गतिविधि चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत योजनान्तर्गत कार्य करने वाले अधिकारी और जमीनी स्तर के कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्र में छूटे हुए परिवारों को स्व-सहायता समूह में जोड़ने का काम कर रहे हैं।

       एनआरएलएम योजनान्तर्गत कार्यरत जिले के यंग प्रोफेशनल] ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर] सहायक विकास विस्तार अधिकारी के अलावा जमीनी आमले गांव में जाकर ग्रामीण महिलाओं को समूह से जुड़ने प्रेरित कर रही है।

      मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रवि साहू ने बताया कि ग्रामीण महिलाओं को समूह के माध्यम से जोड़कर वित्तीय प्रबंधन सीखना एवं आजीविका मूलक गतिविधि से जोड़कर उन्हें आर्थिक रूप से  सशक्त करना ही इसका मुख्य उद्देश्य है। छूटे हुए महिलाओं को जोड़ने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर व्यापक प्रचार&प्रसार बैठक के माध्यम से समूह बनाकर कार्य करने के फायदे के बारे में समझाने हेतु योजना के अधिकारी कर्मचारियों को निर्देशित किए गए हैं। जिसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं।छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक का बीजापुर प्रवास के दौरान विधायक श्री विक्रम शाह मंडावी ने किया आत्मीय स्वागत
बीजापुर, सितम्बर 2022- छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक का बीजापुर में प्रथम प्रवास के दौरान क्षेत्रीय विधायक एवं बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री विक्रम शाह मंडावी ने किया आत्मीय स्वागत, श्रीमती नायक ने विधायक श्री मंडावी के साथ सखी वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण किया सखी में संचालित सभी सुविधाओं का जायजा लेते हुए आश्रय प्राप्त बालिका से मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली सखी वन स्टॉप सेंटर के लिए भवन की जानकारी पूछने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जिले में सखी वन स्टॉप सेंटर के लिए नए भवन हेतु जगह चयन किया जा चुका है एवं समस्त जानकारी शासन को प्रेषित की जा चुकी है।
डॉ. नायक ने बीजापुर स्थित सीमार्ट का किया अवलोकन छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने महिला उत्पीड़न के प्रकरणों की सुनवाई हेतु एक दिवसीय प्रवास के दौरान छत्तीसगढ़ मार्ट (सीमार्ट) का अवलोकन किया सीमार्ट छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। जिसके तहत स्थानीय उत्पाद एवं महिला स्वसहायता द्वारा निर्मित समानों का विक्रय किया जा रहा है। सीमार्ट के संचालन से समूह की महिलाएं एवं स्थानीय कारीगरों में आजिविका के स्त्रोत बढ़ा है। अवलोकन के दौरान अध्यक्ष श्रीमती नायक ने अधिक से अधिक स्थानीय उत्पादों को विक्रय हेतु रखने के निर्देश दिए वहीं सीमार्ट से दैनिक उपयोगी वस्तुएं खरीदकर समूह की महिलाओं का हौसला बढ़ाया और मार्गदर्श भी दिया। इस दौरान राज्य महिला आयोग के सदस्य श्रीमती नीता विश्वकर्मा, श्रीमती अर्चना उपाध्याय एवं जिले के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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