दुर्ग, सितंबर 2022/ शिशु संरक्षण माह (एसएसएम) का आयोजन नियमित टीकाकरण प्रत्येक मंगलवार एवं शुकवार को दिनांक 13 सितम्बर से 14 अक्टूबर तक किया जाएगा। इस अभियान के दौरान आई.एफ.ए एवं विटामिन ए का सिरप बच्चों को पिलाया जावेगा। कलेक्ट्रेट सभागृह में कलेक्टर श्री पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स टीकाकरण (डीटीएफआई) की बैठक प्रातः 11 बजे से आयोजित की गई। कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने शिशु संरक्षण माह सितम्बर-अक्टूबर 2022 के दौरान व्यवस्थित कार्ययोजना व ड्यू लिस्ट तैयार कर टीकाकरण हेतु आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं मितानिन को भ्रमण कर मोबिलाईज करने हेतु निर्देश दिये। शिशु संरक्षण माह के दौरान दी जाने वाली सुविधा के बारे में लोगों को जागरूक किये जावे। महिला एवं बाल विकास विभाग के समस्त सीडीपीओ को 01 दिन में 10 आंगनबाड़ी केन्द्रो का भ्रमण कर व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिये गये। उक्त अभियान की शत-प्रतिशत उपलब्धि हेतु आवश्यक तैयारी करने व दिशा निर्दश दिये गये। गंभीर कुपोषित बच्चों के माता-पिता का काउंसिलिंग कर बच्चे को एनआरसी में भर्ती करने हेतु परामर्श देने एवं यदि हितग्राही एनआरसी के लिए तैयार नही हो तो डॉक्टर से परामर्श दिलाने संबंधितो को निर्देश दिये। कलेक्टर श्री मीणा स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग की आपसी समन्वय से कार्य करने तथा सेक्टर स्तर पर हर सप्ताह बैठक आयोजित करने निर्देश दिये।
जिसमें स्वास्थ्य विभाग से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.पी.मेश्राम, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. दिव्या श्रीवास्तव, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री पदमाकर शिंदे, समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारी, समस्त सीपीएम/बीपीएम, एएसओ, डीपीएचएन, सचि.सहा. टीकाकरण, महिला एवं बाल वि. विभाग से जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन, समस्त सीडीपीओ एवं जिला समन्वयक ग्रामीण मितानिन कार्यक्रम उपस्थित थे। दिनांक 13 सितंबर से शासन के द्वारा जारी निर्देशानुसार नियमित टीकाकरण के साथ ही विटामिन ए (09 माह से 05 वर्ष) एवं आई.एपफ.ए (06 माह से 05 वर्ष) का सिरप बच्चों को सत्र के दौरान पिलाया जावेगा। गर्भवती माताओं की जांच व टीकाकरण, पोषण आहार सलाह व अति गंभीर कुपोषित बच्चों को खोजकर एन.आर.सी. रिफर किया जाएगा। दिनांक 13 सितंबर से 14 अक्टूबर (प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार) को शिशुओं को आई.एपफ.ए सिरप दिया जाएगा। आई.एफ.ए सिरप दिया जाएगा।बच्चों का वजन लिया जाएगा। पोषण आहार के विषय में बच्चों की आयु के अनुरूप आहार की जानकारी दिया जाएगा। आंगनबाड़ी स्थित सत्रों में सम्पूरक पोषण आहार की सेवाओं को हितग्राहियों की पात्रता व पोषण तत्वों की आवश्यकता के अनुरूप उपलब्ध कराया जाएगा। अति गंभीर कुपोषित बच्चे जो एस.ए.एम. की श्रेणी में है, उन्हें चिन्हित कर एनआरसी में आहार की प्रदायगी सहित संक्रमण के प्रचार हेतु भतीं किया जाएगा।
विलेज हेत्थ व अर्बन हेत्थ न्यूट्रीशन डे के ग्राम / शहरी स्तर पर आयोजन के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, क्षेत्र की मितानिन, महिला आरोग्य समिति, ग्राम पंचायत/वार्ड पार्षद अथवा सदस्यगणों का पूर्णता रूप से सहयोग प्राप्त किया जाना है। विभिन्न सामाजिक संगठन, एम.आई तथा गैर शासकीय संस्थाओं से भी सहयोग आवश्यकतानुसार प्राप्त करते हुए संपूर्ण व्यवस्थापन खंड चिकित्सा अधिकारी एवं परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के नेतृत्व में किया जावेगा।
6 माह से 3 साल तक के बच्चों को मितानीन के माध्यम से गृह-भ्रमण के दौरान सप्ताह में दो बार आई. एफ. ए. सिरप की खुराक पिलायी जाएगी एवं 3 से 5 साल के बच्चें जो आंगनबाड़ी में पंजीकृत है उन्हे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से आंगनबाड़ी केन्द्र में आई.एफ ए.सिरप पिलाया जावेगा।
