व्यवस्थाओं का लिया जायजा
दंतेवाड़ा, सितंबर 2022। कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार ने गुरुवार को विकासखंड गीदम अन्तर्गत स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल पहुंच प्रतिदिन मरीजों की दर्ज संख्या के बारे में जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान लेबर रूम, पोषण पुनर्वास केंद्र, दवाई भंडार कक्ष, रेस्ट रूम, शौचालय इत्यादि की वर्तमान व्यवस्थाओं को देखते हुए अस्पताल परिसर की साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए। अस्पताल में दौरा कर दी जा रही सुविधाओं की बारीकी से जांच की। उन्होंने दवाइयों के स्टॉक की उपलब्धता के संबंध में जानकारी लेते हुए समय से एंट्री करने के निर्देश दिए। साथ ही रिकॉर्ड मेन्टेन करने को कहा। इस दौरान कलेक्टर ने अस्पताल के विभिन्न वार्डों में भर्ती मरीजों व उनके परिजनों से बात करते हुए उपलब्ध कराई जा रही उपचार, दवाई, भोजन के साथ अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में पूछा। भर्ती मरीजों ने बताया कि अस्पताल में भोजन, निःशुल्क दवा सहित अन्य सुवि
धाएं दी जा रही हैं। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देशित किया कि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। निरीक्षण के दौरान उन्होंने फार्मासिस्ट के विरुद्ध जांच करने एवं अस्पताल की कमियों को देखते हुए बीएमओ से स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश देते हुए जल्द ही दोबारा निरीक्षण करने की बात कही। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री आकाश छिकारा एवं स्वास्थ्य अमला मौजूद रहे।
कलेक्टर ने प्राथमिक शाला एवं पूर्व माध्यमिक शाला का लिया जायजा
पूछे गए सवालों का जवाब देने पर बच्चों की थपथपाई पीठ
दंतेवाड़ा, सितंबर 2022। कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार आज विकासखंड दंतेवाड़ा अंतर्गत माझा पदर पहुंच शासकीय प्राथमिक शाला एवं पूर्व माध्यमिक शाला का जायजा लिया। पीला ग्रेड मिले प्राथमिक शाला पहुंच निरीक्षण कर अध्ययन-अध्यापन की व्यवस्था और शिक्षकों की उपस्थिति के संबंध में जानकारी ली। उपस्थित शिक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। इस दौरान उपस्थित पांचवी कक्षा के बच्चों से विज्ञान के सवाल भी किये। उन्होंने पूछा कि सड़क दुर्घटना से बचने के लिए क्या क्या करना चाहिए। बच्चों ने कहा कि गाड़ियों की रफ्तार धीमी रखें, हेलमेट पहनें। बच्चों से पहाड़ा भी पूछा गया ऐसे ही कलेक्टर के द्वारा पूछे गए कई सवालों का बच्चों ने बड़ी ही सहजता पूर्ण जवाब दिया। तत्पश्चात लाल ग्रेड मिले माध्यमिक शाला का जायजा लिया जिसमें आठवीं कक्षा के बच्चों से विज्ञान और हिन्दी विषय से संबंधित सवाल पूछे। लर्निंग आउटकम प्रभावी न होने के कारण उन्होंने संबंधित शिक्षकों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को जिम्मेदारी से पढ़ाएं, समय से सिलेबस पूर्ण कर समय-समय पर उनकी नोटबुक चेक करें।
वहीं छठवीं क्लास में पहुंच कलेक्टर द्वारा विभिन्न सवाल पूछे गए गणित विषय का अध्ययन कर रहे बच्चों ने स्थानीय मान से संबंधित प्रश्न, बड़ी और छोटी संख्या में अंतर भेद आदि जैसे सवालों का बखूबी से जवाब दिया। इसके लिए कलेक्टर ने उनकी पीठ भी थपथपाई और गणित के अध्यापक श्री सुसोमन दास की प्रशंसा की। आपको बता दें कि जिले में लर्निंग लास को दूर करने हेतु कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार के निर्देशन में जिला स्तर पर विद्यालयों के ग्रेडिंग का प्रारूप तैयार किया गया है प्रत्येक विकासखंड के संकुलों के विद्यालयों का 05 बिन्दुओं के आधार पर ग्रेडिंग किया जाना है। विद्यालय की दर्ज संख्या उपस्थिति के आधार पर ग्रेड, लर्निंग आउटकम के आधार पर ग्रेड, शिक्षकों की विद्यालय समय पर आना एवं कक्षाओं का टाइम टेबल अनुसार संचालन, शिक्षकों के कक्षा अध्यापन में टी०एल०एम० का उपयोग, शालाओं में विज्ञान गोष्टी, चर्चा पत्र, शाला प्रबंधन समिति, पी०एल०सी०. खेलकूद, सांस्कृतिक, बस्ता विहिन इत्यादि गतिविधियों का आयोजन के आधार पर ग्रेड दिया जा रहा है। जिसमें विद्यालयों को 39 प्रतिशत से कम आने पर लाल ग्रेड, 40 से 69 प्रतिशत के मध्य होने पर पीला ग्रेड एवं 70 से 100 प्रतिशत होने पर हरा ग्रेड दिया जाएगा। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री आकाश छिकारा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री राजेश कर्मा सहित अन्य शिक्षक मौजूद रहे।