छत्तीसगढ़

कलेक्टर ने मानसून में आयी गति और कृषि के लिए अनुकूल मौसम को देखते हुए, किसानों को पर्याप्त बीज का वितरण सुनिश्चित करने के दिए निर्देश

राजनांदगांव , जून 2022। कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने आज कृषि समूह के अधिकारियों की बैठक लेकर कृषि, पशुपालन, मछली पालन और उद्यानिकी फसलों के लिए मानसून सत्र में निर्धारित लक्ष्य और किसानों के द्वारा लक्षित रकबा की जानकारी ली। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन और उद्यानिकी के क्षेत्र में उद्यम के साथ-साथ आमदनी अर्जित करने की व्यापक संभावनाएं हैं। कलेक्टर ने कहा कि इस क्षेत्र में उत्पादित फसल और उत्पाद के लिए हर जगह ग्राहक और बाजार उपलब्ध है। इन क्षेत्रों के लिए कृषक को ग्राहक और बाजार की तलाश करना नहीं पड़ता है। अच्छे उत्पाद होने पर ग्राहक स्वयं इन फसलों और उत्पादों को खरीदने के लिए आकर्षित होते हैं। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि शासन की मंशा है कि किसानों की आमदनी में इजाफा हो और उनके जीवन स्तर में सुधार हो।
कलेक्टर ने धान के साथ-साथ उद्यानिकी फसलों, पशुपालन, मत्स्य पालन के क्षेत्र में रूझान पैदा करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के साथ ही शासन द्वारा दी जा रही सब्सिडी और योजनाओं की जानकारी से अवगत कराने  कहा। कलेक्टर ने बैठक में मानसून सत्र में आयी गति और कृषि के लिए बने अनुकूल मौसम को देखते हुए धान और अन्य खरीफ फसल की बुआई के लिए किसानों को पर्याप्त मात्रा में गुणवत्तायुक्त बीज वितरण का कार्य सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने खरीफ  सीजन में अब तक किसानों को किए गए बीज वितरण की जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि खरीफ सीजन में बोई जाने वाली फसल धान के साथ-साथ सोयाबीन, मूंगफली, मूंग, उड़द, कोदो-कुटकी, रागी का वितरण भी निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप करें। उन्होंने कहा कि किसानों को धान के अलावा अन्य वैकल्पिक फसल लेने के लिए पूर्ण कार्ययोजना निर्धारित करते हुए लक्ष्य पूर्ति सुनिश्चित करें। उन्होंने बैठक में उद्यानिकी फसल के लिए निर्धारित रकबा और कार्ययोजना की विस्तृत जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि उद्यानिकी फसल के लिए मानसून सक्रिय होने के साथ ही उचित अनुकूल समय है। इसके लिए संबंधित मैदानी अमला के अधिकारियों को किसानों के साथ परस्पर भेंट कर उन्हें प्रोत्साहित करने कहा। कलेक्टर ने जिले में मत्स्य पालन के लिए निर्धारित कार्ययोजना की भी जानकारी ली। उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के तालाबों के साथ-साथ ऐसे किसान जिनके द्वारा तालाब, डबरी का निर्माण किया गया है। उन्हें कम समय में ग्रोथ होने वाले मछली बीज वितरण का कार्य समय रहते कर लेने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिले के गौठान में बनाए गए डबरी में महिला स्वसहायता समूह को मछली पालन से जुडऩे के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में कलेक्टर ने गौठान समूह से जुड़ी स्वसहायता समूह की महिलाओं को मुर्गीपालन, बकरीपालन के लिए प्रेरित करने कहा। पशुपालन की उचित रखरखाव टीकाकरण और समय-समय पर होने वाले बीमारियों के उपचार के लिए सतत निगरानी रखने के निर्देश भी दिए। बैठक में कलेक्टर ने महिला स्वसहायता समूह को गोबर खरीदी का भुगतान निर्धारित समय पर सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में कोई भी महिला स्वसहायता समूह को भुगतान प्राप्त करने में परेशानी ना हो, इस बात पर विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक में कलेक्टर ने कृषि और सहकारिता विभाग के अधिकारियों को खाद का वितरण किसानों की मांग पर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में निजी विक्रेताओं द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत पर खाद की बिक्री ना हो। इस पर पैनी नजर रखने के  निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर, उप संचालक कृषि श्री जीएस ध्रुर्वे, उप संचालक पशुसेवाएं डॉ. राजीव देवरस, सहायक संचालक कृषि श्री टीकम ठाकुर, सहायक संचालक उद्यानिकी श्री राजेश शर्मा, सहायक संचालक मत्स्य पालन श्रीमती गीतांजलि गजभिये सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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