धमतरी , जून 2022/ जिले मंे स्वास्थ्य विभाग द्वारा जून माह को मलेरियारोधी माह के तौर पर मनाया जा रहा है। इसके तहत मलेरिया से प्रभावित क्षेत्र, समुदाय के बीच मलेरियारोधी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डी.के. तुरे ने बताया कि इस दौरान निजी अस्पतालो से मलेरिया रोगियों की जानकारी लेना, मैदानी स्तर पर गुणवत्तापूर्ण सेवाएं सुलभ कराना, मितानिनों एवं अन्य सामाजिक गतिविधियां, नारे लेखन इत्यादि के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मलेरिया मादा एनॉफिलिस मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी है, जो ठंड, कंपकंपी बुखार के साथ शुरू होता है। समय पर उपचार नहीं होने से मरीज की मृत्यु हो जाती है।
जिला मलेरिया नोडल अधिकारी डॉ.विजय फूलमाली ने बताया कि पिछले पांच सालो में जिले मे मलेरिया के केस में काफी कमी आई है। उन्होंने बताया कि जनवरी से दिसम्बर 2021 तक शंकाप्रद बुखार रोगी की 89 हजार 51 रक्तपट्टी मलेरिया जांच हेतु बनाई गई, जिसकी जांच के बाद 191 मरीज मलेरिया के मिले। पिछले पांच सालों में छः लाख 25 हजार स्लाइड बनाई गई। जांच में तीन हजार 213 मलेरिया पॉजिटिव मिले, जो उपचार के बाद स्वस्थ हुए हैं। इस तरह मलेरिया से मौत शून्य है। मलेरियारोधी कार्यक्रम के तहत संवेदनशील क्षेत्र के रूप में नगरी ब्लॉक के 11 गांव, मगरलोड के सात व गुजरा के चार गांवो का चिन्हांकन किया गया है, जहां पर मलेरियारोधी क्रियाकलाप साल भर किया जाता है। डॉ. तुरे ने अपील की है कि मलेरिया से बचने के लिए अपने आसपास किसी भी स्थान पर पानी जमा न होने दें, साफ-सफाई लगातार करें, पानी जमा होने वाले स्थान पर जले ऑइल या मिट्टीतेल का छिड़काव जरूर करें, बुखार आने पर अपनी खून जांच कराएं। साथ ही स्वास्थ्य संबंधी किसी भी तरह की शंका होने पर समाधान के लिए टोल फ्री नंबर 104 पर डायल किया जा सकता है।