रायगढ़, अप्रैल2022/ कलेक्टर श्री भीम सिंह ने आज जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक ली। कलेक्टर श्री सिंह ने इस दौरान जिले के सभी सीएचसी एवं पीएचसी के सुविधाओं की विस्तारपूर्वक समीक्षा किए। उन्होंने सभी बीएमओ को निर्देशित किया कि सभी हॉस्पिटल में लगी मशीनें फंक्शनल हो इसकी नियमित मॉनिटिरिग करें, पर्याप्त मात्रा में ब्लड यूनिट स्टोर करके रखे तथा मरीजों को सभी प्रकार की सुविधाओं का लाभ मिले यह सुनिश्चित करें। कलेक्टर श्री सिंह ने सभी सीएचसी के रेनोवेशन एवं मूलभूत सुविधाओं की समीक्षा करते हुए शेष सभी कार्यो को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ डॉ.रवि मित्तल भी उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री सिंह ने स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार हेतु स्वीकृत कार्यो की समीक्षा करते हुए अस्पतालों में चल रहे निर्माण कार्यो की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिन पीएचसी में अन्य आवश्यक मूलभूत कार्य करवाने की आवश्यकता है तो उनका प्राक्कलन तैयार किया जाए। इसी क्रम में उन्होंने विभिन्न ब्लाक के निर्माणाधीन एनआरसी, हमर लैब व ब्लड बैंक के कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बरमकेला के एनआरसी के रंगाई व नल फिटिंग के कार्य को शीघ्र पूर्ण करें। जिससे एनआरसी का संचालन प्रारंभ किया जा सके तथा अन्य एनआरसी के शेष कार्यो को भी तेजी से पूरा करें। कलेक्टर श्री सिंह ने हमर लैब एवं ब्लड बैक के कार्यो की समीक्षा किए। निर्माण कार्यों की धीमी प्रगति को लेकर कलेक्टर श्री सिंह ने निर्माण एजेंसी के अधिकारियों पर नाराजगी जतायी। उन्होंने गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखते हुए काम जल्द पूरा करने के लिए कहा। कलेक्टर श्री सिंह ने अस्पतालों में मानव संसाधन की तैनाती पर भी चर्चा की। जहां आवश्यकता है वहां अतिरिक्त एएनएम व मेडिकल स्टाफ पदस्थ करने के निर्देश उन्होंने दिए। उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्रों में ब्लड स्टोरेज की भी समीक्षा की। उन्होंने बीएमओ को प्रत्येक अस्पतालों में ब्लड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। जिले में ब्लड की पर्याप्त उपलब्धता के लिए रूटिन ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित करने के निर्देश दिए। जिससे जिले में ब्लड की कमी से मरीजों को परेशानी न हो।
इस दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने हाट बाजार क्लिनिक संचालन की भी विकासखंडवार समीक्षा की। उन्होंने हाट बाजार में उपलब्ध कराए जाने वाले बीपी, शुगर, टीबी, मलेरिया, गर्भवती महिलाओं और बच्चों की जांच और उपचार सुविधा के आधार पर सभी बीएमओ और बीपीएम से जानकारी ली। उन्होंने लैलूंगा, धरमजयगढ़ में जांच संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने बैठक के दौरान मरीजों के परिवहन पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्र आने वाले मरीजों द्वारा वाहन प्राइवेट व शासकीय वाहन प्रयोग किया गया है, इसकी एंट्री भी पंजी में सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बीएमओ को निर्देश किया कि 102 व 108 वाहनों की कंडिशन एवं कितने दिन संचालित हो रही है अथवा खड़ी है रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही यह ध्यान रखा जाए कि मरीजों से किसी प्रकार का शुल्क न लिया जाये।
इसी प्रकार धरमजयगढ़ बीएमओ द्वारा बताया कि दुर्गम इलाकों के लिए खरीदी गई बाइक एम्बुलेंस का संचालन भी मरीजों के परिवहन के लिए प्रयोग किया जा रहा है। कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में स्वास्थ्य बीमा योजनाओं, संस्थागत प्रसव व बच्चों के टीकाकरण पर भी चर्चा की। जिन विकासखंडों का प्रदर्शन इनमें कमजोर रहा उन्हें काम बेहतर करने के निर्देश उन्होंने दिए। उन्होंने सभी बीएमओ को निर्देशित किया कि सभी प्रकार की योजनाओं का लाभ मरीजो को मिलना चाहिए। कलेक्टर श्री सिंह ने पिछले एक माह में डॉक्टर्स द्वारा ओपीडी और आईपीडी में मरीजों की जांच की भी समीक्षा बैठक के दौरान की। कम ओपीडी संख्या वाले डॉक्टर्स को अपने ड्यूटी वाले समय में अस्पताल में नियमित रूप से उपस्थित रहने के निर्देश देते हुए जांच की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने एनआरसी में बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति के निर्देश दिए साथ ही कहा कि बाल संदर्भ शिविर में डॉक्टर उपस्थित होने चाहिए।
इस दौरान सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी, मेडिकल कालेज अधीक्षक डॉ मनोज मिंज, पीडब्लूडी, सीजीएमएससी, स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी सहित सभी विकासखंडों के बीएमओ व बीपीएम उपस्थित रहे।