रायगढ़, अप्रैल2022/ शासकीय प्राथमिक शाला बाघाडोला, विकासखण्ड पुसौर में माताओं को उन्मुखीकरण हेतु अंगना म शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सामान्यत: पुरुष वर्ग काम धंधे व रोजगार हेतु घर से बाहर रहते है जिसके कारण घर में छोटे बच्चों को पढ़ाई-लिखाई में ध्यान नहीं दे पाते है इसके लिये शासन द्वारा माताओं प्रशिक्षित कर उन्मुखीकरण किया जा रहा है इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुये प्राथमिक शाला बाघाडोला में अंगना म शिक्षा कार्यक्रम का शुभारंभ ग्राम पंचायत के सरपंच शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों एवं बड़ी संख्या में माताओं की उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारंभ विद्या दायिनी माँ सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्वलित कर किया गया ।
प्राथमिक विद्यालय बाघाडोला के बच्चों ने विद्यालय में लगायी हाट बाजार अंगना म शिक्षा कार्यक्रम के समय स्कूली बच्चों ने प्याज, टमाटर, आलू, भिन्डी, मूली, हरी साग सब्जी, गुपचुप, आयुर्वेदिक दवा, आदि सामग्री का हाट बाजार लगाये जिससे गाँव वाले व उपस्थिति लोगों ने खुब खरीदे एवं बच्चे भी लेन देन खरीदी बिक्री व लाभ हानि को समझ सके। कार्यक्रम के इस दौरान सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को सहज-सरल और सुगम बनाने के उद्देश्य से बच्चों के घर में भी स्कूल जैसे माहौल निर्मित हो इसके लिए प्राथमिक शाला बाघाडोला में स्कूल हमर घर म नवाचारी शिक्षा केन्द्र का संचालन किये जाने हेतु चार्ट का वितरण भी किया गया। सामान्यत: शिक्षक में जब सिखाने की ललक होती है तब कई प्रकार के नये-नये तरीके का सृजन करने लगते है। गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा हेतु जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ श्री आर.पी.आदित्य एवं जिला मिशन समन्वयक रायगढ़ श्री आर.के.देवांगन शिक्षकों को सदैव निर्देशित करते हुये प्रेरणा व मार्गदर्शन देते रहते है जिनके प्रेरणा से जिले के शिक्षक अपने-अपने विद्यालय में उपचारात्मक शिक्षण व दक्षता पुर्ण शिक्षण हेतु नवाचार का प्रयोग करते रहते है। इसी क्रम में आज हम बात करते है प्राथमिक विद्यालय बाघाडोला का जहां के शिक्षकों ने नवाचारी गतिविधि का संचालन करते हुये बच्चे के घर में स्कूल जैसा माहौल निर्मित करने लिये शिक्षकों द्वारा विभिन्न प्रकार का चार्ट वितरण किया गया है। पहली दूसरी, तीसरी कक्षा के प्रत्येक बच्चे के घर में वर्णमाला चार्ट, गिनती चार्ट, अल्फाबेट चार्ट, बारहखडी चार्ट, पहाड़ा चार्ट, फल व सब्जियों के नाम, यातायात के साधन व अन्य आवश्यकतानुसार चार्ट, श्यामपट, चाक, डस्टर आदि शिक्षण सहायक सामग्री से बच्चों के घर में सुसज्जित कर स्कूल जैसा माहौल निर्मित करने का प्रयास किया है। इससे बच्चे के घर में ही बच्चे के भाई, बहन, माता-पिता या दादा-दादी कोई भी पारिवारिक सदस्य बच्चे को पढ़ाते या पढऩे के लिये प्रेरित करते हैं। बच्चों के घर में शिक्षण सामग्री उपलब्ध होने के कारण बच्चे रुचिपूर्वक पढ़-लिख सकते है तथा पालक भी बच्चे को पढऩे के लिए प्रेरित करेंगे। घर के दिवाल में सुसज्जित शिक्षण सामग्री को बच्चे आते-जाते, उठते-बैठते, खाते-पीते, खेलते-कूदते देखते व पढ़ते रहते है जिससे बच्चे आसानी से अक्षर ज्ञान और अंक ज्ञान को जान पायेंगे।
विकास खंड शिक्षा अधिकारी पुसौर श्री दिनेश कुमार पटेल के मार्गदर्शन में प्रतिदिन रात को संचालित होता है स्कूल हमर घर म फिर बच्चे शाम को या रात को पढ़ते हुए फोटो ग्राफ एवं विडियो अपने शिक्षक को भेजते हैं। प्राथमिक शाला बाघाडोला में कार्यरत शिक्षिका कुमारी सुनिता प्रधान एवं श्रीमती नीतू देहरी, महानंदिया के प्रयास से अंगना म शिक्षा कार्यक्रम, स्कूल हमर घर म नवाचारी शिक्षा केन्द्र एवं बच्चों के द्वारा हाट बाजार लगा कर सामग्री खरीद बिक्री करने की नवाचारी गतिविधि कुशलता पूर्वक निर्वहन किया जायेगा।
इस नवाचारी शिक्षा केन्द्र के संचालन होने में सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी पुसौर सुश्री मोनिका गुप्ता एवं श्री मनीष सिन्हा, विकास खंड स्त्रोत केन्द्र समन्वयक सुश्री ज्योति श्रीवास्तव, संकुल शैक्षिक समन्वयक बडे हरदी श्री शान्तानु पंडा, संकुल शैक्षिक समन्वयक पंचपारा श्री श्रवण कुमार साव का प्रेरणा व मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। आज के इस कार्यक्रम में श्री पंचानंद निषाद सीएसी सोडेकेला, बाघाडोला के ग्रामवासी आँगनबाड़ी सहायिका, कार्यकर्ता और संकुल केन्द्र पंचपारा, बडेहरदी एव सोडेकेला के सभी शिक्षक-शिक्षिका की महत्वपूर्ण उपस्थिति रही। कार्यक्रम का समापन सुनिता प्रधान प्रभारी प्रधान के द्वारा आभार प्रदर्शन के साथ किया गया।

