धमतरी मार्च 2022/ जलजीवन मिशन के तहत जिला जल एवं स्वच्छता समिति की 34वीं साप्ताहिक समीक्षा बैठक कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा की अध्यक्षता में आज सुबह आयोजित की गई, जिसमें रेट्रोफिटिंग नलजल प्रदाय योजना, सिंगल विलेज योजना तथा सोलर आधारित जलप्रदाय योजना की प्रगति योजनावार की गई। बैठक में उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि ऐसे कार्य जो पूर्णता की ओर है और निर्धारित समय-सीमा बची हुई है, उनके लिए इंतजार नहीं करें, बल्कि समय से पहले ही उन्हें पूर्ण कर लें और पोर्टल पर एंट्री कर लें। कलेक्टर ने तल्ख लहजे में कहा कि यदि छोटे-छोटे कार्यों को समय-पूर्व पूरा कर लें तो लंबित कामों की फेहरिस्त ज्यादा बड़ी नहीं होगी।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आज सुबह 10 बजे से आयोजित बैठक में कलेक्टर ने विभिन्न जलप्रदाय योजनाओं की विकासखण्डवार समीक्षा करते हुए अनावश्यक विलम्ब नहीं करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करने व सभी अनुविभागीय अधिकारियों को मैदानी स्तर पर कार्य का सतत् निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया। कार्यपालन अभियंता सह सदस्य सचिव जिला जल एवं स्वच्छता समिति श्री एस.आर. सोनकुसरे ने बैठक में बताया कि रेट्रोफिटिंग जलप्रदाय योजनाओं में 262 के लक्ष्य के विरूद्ध सभी की प्रशासकीय एवं तकनीकी स्वीकृति मिल चुकी है तथा 254 कार्यादेश जारी हो चुके हैं, इसके विरूद्ध 228 कार्य प्रगति पर हैं। इसी तरह सिंगल विलेज जलप्रदाय योजनांतर्गत 361 के लक्ष्य विरूद्ध 235 की तकनीकी व प्रशासकीय स्वीकृति मिल चुकी है जिनमें से 144 के कार्यादेश जारी हो चुके हैं और 88 कार्य प्रगति पर हैं। कार्यपालन अभियंता ने बताया कि इसके अलावा सोलर आधारित जलप्रदाय योजनाओं में जारी 80 कार्यादेश के विरूद्ध तीन ग्राम जंवरगांव, खम्हरिया और डांगीमाचा में शत-प्रतिशत पूर्ण हो चुके हैं, जबकि 59 कार्य पूर्णता की ओर हैं। इस पर कलेक्टर ने इन सभी कार्यों में गति लाने पर जोर दिया। बैठक में कलेक्टर ने आईएसए एवं उनकी टीम की तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने हेतु 87 हजार 740 रूपए के प्रस्ताव का अनुमोदन दिया। इसी प्रकार रेट्रोफिटिंग नलजल योजना के 44 और सिंगल विलेज नलजल योजना के 182, इस प्रकार कुल 226 योजनाओं की प्रशासकीय स्वीकृति के संशोधन के प्रस्ताव को अनुमोदित किया। इस अवसर पर जिला पंचायत की सी.ई.ओ. श्रीमती प्रियंका महोबिया सहित संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।