छत्तीसगढ़

छः दिवसीय औषधीय एवं संगंधीय पौधों के उत्पादन एवं मूल्य संवर्धन तकनीक पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन

कवर्धा, 23 फरवरी 2022। कृषि विज्ञान केन्द्र, में 15 से 22 फरवरी 2022 तक 6 दिवसीय ग्रामीण युवाओं महिला एवं पुरूषों के लिए कौशल उन्नयन के तहत मशरूम उत्पादन तकनीक पर प्रशिक्षण राष्ट्रीय कृषि विस्तार प्रबंध संस्थान (मैनेज) हैदराबाद एवं राष्ट्रीय कृषि प्रबंधन एवं विस्तार प्रशिक्षण संस्थान (समेती), छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में प्रारंभ हुआ। कबीरधाम जिले के मरपा, नेवारी, घुकसा एवं डबराभाट के 28 युवाओं, महिला एवं पुरूषों को प्रशिक्षित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में औषधीय एवं संगंध फसलों जैसे लेमनग्रास, सिट्रोनेला, पामारोजा, गिलोय, पुदीना, ब्राम्ही, अश्वगंधा, सर्पगंधा, नीम, तुलसी, अदरक, हल्दी, खस, बच की उन्नत खेती की तकनीक, औषधीय महत्व, विभिन्न तैयार होने वाले उत्पादों, बाजार की उपलब्धता एवं मूल्य संवंर्धित सामाग्री जैसे इत्र, साबुन, अगरबत्ती बनाने का जीवंत प्रदर्शन कर दिखाया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य कृषिरत कृषकों, महिलाओं एवं युवाओं की आय में वृद्धि करना है साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र, प्रक्षेत्र नेवारी में समन्वित कृषि प्रणाली अंतर्गत, पशुपालन, मुर्गीपालन, मछलीपालन, बटेर पालन इकाई का भ्रमण कराया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, डॉ. बी.पी. त्रिपाठी द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरण कर उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। प्रशिक्षण में जिले 28 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, डॉ. बी. पी. त्रिपाठी, प्रशिक्षण समन्वयक श्रीमती राजेश्वरी साहू, वस्तु विशेषज्ञ, उद्यानिकी, डॉ. तृप्ति ठाकुर, प्रक्षेत्र प्रबंधक उपस्थित थे।

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