छत्तीसगढ़

शत-प्रतिशत कुपोषित बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को पोषण आहार से करें लाभान्वित-कलेक्टर श्री भीम सिंह

रायगढ़ फरवरी2022/ कुपोषण की दर में कमी लाने के लिए सभी कुपोषित बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को ट्रेस कर आंगनबाड़ी केन्द्रों में शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ लाभान्वित किया जाए। सुपोषण की दर में वृद्धि के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका द्वारा गर्भवती महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों के परिजनों की काउसिंलिग करें। जिससे वे सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों तक पहुंचे एवं पूरक पोषण आहार सेवन से कुपोषण के दर में कमी लायी जा सके। उक्त बातें कलेक्टर श्री भीम सिंह ने आज सृजन सभाकक्ष में आयोजित महिला बाल विकास विभाग की बैठक में कही।
इस दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का सेक्टरवार समीक्षा किए। उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना दर कम हो चुके है लिहाजा आंगनबाड़ी केन्द्रों का पूर्ववत संचालन प्रारंभ करे। आंगनबाड़ी आने से गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को पोषण आहार का लाभ मिलेगा तथा उनकी नियमित मॉनिटरिंग भी आसानी से हो सकेगी। कलेक्टर श्री सिंह ने सेक्टरवार पिछले एक माह में कुपोषण दर में कमी की समीक्षा की। उन्होंंने लेन्ध्रा, सराईडीपा मचिदा, दरोगापारा, हाटी, बर्रा, कुड़ेकेला, तेतला, मुनुंद, मदनपुर, सिसरिंगा जैसे विभिन्न सेक्टरों की समीक्षा करते हुए बेहतर कार्य करने वाले सेक्टर सुपरवाइजर की सराहना की तथा कमजोर परिणाम वाले सेक्टर सुपरवाईजर को बेहतर कार्य करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने सहायिका एवं कार्यकताओं को बच्चों के परिजनों को खानपान एवं सफाई संबंधी विशेष दिशा-निर्देश देने के निर्देश दिए। इसमें गांव के जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लेने के लिए कहा। जिससे अच्छा परिणाम प्राप्त किया जा सके। कलेक्टर श्री सिंह ने आंगनबाड़ी केन्द्रों में अण्डा एवं रागी लड्डू की उपलब्धता की अद्यतन जानकारी ली। उन्होंने कहा कि निर्धारित आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को रागी के लड्डू नियमित प्रदान किए जाए।
कलेक्टर श्री सिंह ने मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना एवं एनआरसी से लाभान्वित बच्चों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं एएनएम द्वारा सर्वे किया जाए तथा उनका चिन्हांकन कर एनआरसी मे भर्ती किया जाए। उन्होंने कहा कि एनआरसी में बेड खाली नहीं होने चाहिए। कुपोषित बच्चों का नियमित रूप से उपचार होना चाहिए। इस दौरान उन्होंने बाल संदर्भ शिविर से संबंधित दवाईयों की उपलब्धता की जानकारी ली। उन्होंने कुपोषण मुक्त ग्राम पंचायत एवं वार्ड पर समीक्षा की। कलेक्टर श्री सिंह ने रायगढ़ ग्रामीण, पुसौर, सारंगढ़, धरमजयगढ़, मुकडेगा एवं खरसिया परियोजना अन्तर्गत कुपोषण मुक्त पंचायतों एवं वार्डो की सराहना करते हुए सभी सेक्टरों को कुपोषण मुक्त ग्राम पंचायत एवं वार्ड बनाने की दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जांच के पश्चात जिन गर्भवती महिलाओं के हिमोग्लोबिन स्तर कम है, उनके स्वास्थ्य तथा खानपान का विशेष ध्यान रखा जाए, जिससे हिमोग्लोबिन स्तर में जल्द सुधार हो। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य ही होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य की नीव बनता है अत: सभी गर्भवती महिलाओं तथा उसके परिजनों की भी नियमित काउंसलिंग कर नियमित जांच, पोषित आहार व आवश्यक दवाओं के सेवन के लिए मार्गदर्शन दिया जाए। कलेक्टर श्री सिंह ने आंगनबाड़ी केन्द्रों में तैयार पोषण वाटिका के उचित रख-रखाव के साथ ग्राम स्तर की बाडिय़ों का लिंकेज आंगनबाडिय़ों से जल्द पूरा करने के लिए कहा, ताकि केन्द्रों में नियमित रूप से ताजी सब्जियां स्थानीय स्तर से ही प्राप्त की जा सके। विभागीय अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में 1220 आंगनबाड़ी में सुपोषण वाटिका का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही उद्यान विभाग के सहयोग से निर्मित 445 बाडिय़ों से आंगन बाडियों को लिंक किया गया है। इस अवसर पर महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी श्री टी.के.जाटवर, सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी सभी सीडीपीओ एवं सेक्टर सुपरवाइजर उपस्थित रहे।

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