छत्तीसगढ़

बानो जलाशय नहर मरम्मत एवं विस्तारीकरण कार्य से सिंचाई की कमी होगी पूरी

कवर्धा, 31 जनवरी 2022। बिन पानी सब सून, जल पर ही मनुष्य, सभी प्रकार के जीव-जंतु, पेड़-पौधे आदि निर्भर होते हैं। हमारे कृषि प्रधान देश की अर्थव्यवस्था वर्षा ऋतु से परस्पर प्रभावित होती है इस कारण जल की महत्वता सीधे हमारे दिनचर्या से जुड़ा होकर हमारी अर्थव्यवस्था को बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण कारक है। सिंचाई क्षमता में वृद्धि करके ही किसानों को लाभ के पथ पर आगे बढ़ाया जा सकता है। धान का कटोरा कहे जाने वाले हमारे छत्तीसगढ़ राज्य की अर्थव्यवस्था सीधे तौर पर कृषि से जुड़ी हुई है और कृषि कि निर्भरता जलापूर्ति या कहां जाए तो पानी की उपलब्धता से है। किसानों की तरक्की राज्य की तरक्की है यही कारण है कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जल स्रोतों के साधनों में वृद्धि करने का प्रयास निरंतर किया जा रहा है।
कबीरधाम जिले के सहसपुर लोहारा क्षेत्र अंतर्गत बानो जलाशय नहर का मरम्मत एवं विस्तारीकरण कार्य इन्हीं प्रयासों में से एक है। जिसके पूरा होते ही क्षेत्र के सैकड़ों किसानों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। विभागीय अभिसरण से कराए जा रहे बानो नहर मरम्मत एवं विस्तारीकरण के इस कार्य में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की मुख्य भूमिका है।साथ में जल संसाधन विभाग कवर्धा एवं खनिज साधक न्यास निधि का उपयोग कर 2 किलोमीटर 400 मीटर लंबा नहर का कार्य कराया जा रहा है। कार्य चालू वित्त वर्ष 2021- 22 में 49 लाख 9 हजार 579 रुपए की लागत से स्वीकृत किया गया। ग्राम पंचायत बानो में हो रहे इस कार्य से आसपास के किसानों को अपने खेतों के लिए पानी की उपलब्धता खरीफ एवं रबी सीजन में हो सकेगी जो वर्तमान में नहीं हो पा रहा था। अभिसरण के तहत हो रहे इस कार्य में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से 40 लाख 79 हजार 542 रुपए, जल संसाधन विभाग से 83 हजार 4 रुपए एवं जिला खनिज निधि न्यास से 7 लाख 47 हजार 33 रुपए की स्वीकृत किया गया है।

34 हेक्टेयर क्षेत्र में होगा सिंचाई सुविधा का विस्तारःसीईओ श्री संदीप अग्रवाल

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री संदीप अग्रवाल ने बताया कि बानो जलाशय नहर का मरम्मत एवं विस्तारीकरण कार्य विभागीय अभिसरण से पूरा हो रहा है। इस कार्य को जल संसाधन विभाग द्वारा किया जा रहा है, जिसमे 2 किलोमीटर से अधिक लंबे नहर के कार्य से 34 हेक्टेयर क्षेत्र में नवीन सिंचाई क्षमता का विकास होगा जो क्षेत्र के किसानों को खरीफ एवं रबी के सीजन में उपयोगी सिद्ध होगा । श्री अग्रवाल ने बताया कि शासन की मंशा अनुरूप किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सिंचाई का साधन विकसित करने अनेकों प्रयास किए जा रहे हैं। ग्रामीणों की बरसों पुरानी मांग थी की बानो में नहर निर्माण का कार्य कराया जाए जिससे कि जलाशय का पानी गांव के किसानों को कृषि कार्य हेतु मिल सके ।ग्रामीणों की मांग को पूरा करते हुए यह कार्य अब हो रहा है।

250 से अधिक कृषक को मिलेगा फायदा : कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग

कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग संभाग कवर्धा श्री दिनेश भगोरिया ने बताया कि यह कार्य इसी जून महीने से प्रारंभ हुआ है जो वर्तमान में प्रगति पर है। 24 सौ मीटर लंबे होने वाले इस कार्य मे अब तक 920 मीटर का कार्य हो गया है जिसमे 4000 मानव दिवस रोजगार ग्रामीणों को मिला है जिसका 7 लाख 72 हजार रुपए मजदूरी भुगतान किया गया। श्री दिनेश भगोरिया ने आगे बताया कि बानो जलाशय नहर विस्तारीकरण कार्य प्रगति पर है जिसके पूर्ण होने से लगभग 250 से अधिक किसानों को सिंचाई का साधन उनके खेतों के पास उपलब्ध होगा। मुख्य रूप से सुतिया पाट जलाशय के लोवर डिविजनल नहर माइनर से पानी बानो जलाशय के नहर में डाइवर्ट कर सिंचाई में हो रही कमी को पूरा किया जाएगा। तथा नहर विस्तारीकरण से पानी को लोहारा स्थित मजार जलाशय तक पहुंचाया जाएगा।

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