छत्तीसगढ़

हाट बाजारों में स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से मिल रहीं स्वास्थ्य सेवाएं

रायपुर 20 जनवरी 2022 । जिले में हाट बाजारों में संचालित स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से लोगों तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाया जा रहा है ।  इन स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को घर पर ही स्वास्थ्य सेवाए उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे । इन शिविरों का नियमित रूप से संचालन किया जा रहा है । बीते 1 अप्रैल 2021 से 19 जनवरी 2022 तक 33,330 लोग इसके माध्यम से  लाभान्वित हुए है।

इस बारे में जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के मीडिया प्रभारी गजेंद्र डोंगरे ने बताया: “जिले में 1 अप्रैल 2021 से 19 जनवरी 2022 तक कुल 1,565 टीमें हाट बाजार में गई , जिसमें 17,411 पुरुष और 15,919 महिला मरीजों की जांच की गई , वही 17,088 पुरुषों और 15,672 महिला लाभार्थियों को दवाईयों का वितरण किया गया । जिले में कुल 33,330 मरीजों की जांच हाट बाजार में स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से की गई है ।  जिसमें प्रत्येक हाट बाजार में औसत लाभार्थियों की संख्या 21.30 प्रतिशत रही ।‘’

उन्होंने आगे कहा: “अभनपुर विकासखंड में हाट बाजार में 475 टीमें गई थी । जिसमें 4,742 पुरुषों और 3,699 महिलाओं की जांच की गई । 4,835 पुरुषों और 8,307 महिलाओं को दवा का वितरण किया गया।  विकासखंड में कुल 8,441 मरीजों की जांच की गई थी । इसी कड़ी में आरंग विकासखंड के अंतर्गत 379 टीमें हाट बाजार में गई । जिसमें 5,423 पुरुष और 4,758 महिला मरीजों की जांच की गई । वही 5,284 पुरुष और 4,762 महिला लाभार्थियों को दवा का वितरण किया गया । इस दौरान कुल 10,181 मरीजों की जांच हुई।  रायपुर में 418 हाट बाजारों में टीमें गई । जिसमें 3,261 पुरुष और 3,783 महिलाओं की जांच की गई।  जिसमें 3,099 पुरुष और 3,528 महिलाओं को दवा का वितरित हुई ।  कुल 7,044 मरीजों की जांच की गई । वही तिल्दा विकासखंड में 293 हाट बाजारों में टीमें गई और 3,985 पुरुष और 3,679 महिलाओं की जांच की गई । जिसमें 3,870 पुरुष और 3,575 महिला लाभार्थियों को दवा का वितरण किया गया । कुल 7,664 मरीजों की जांच की गई । “

मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी योजना है। डेडिकेट वाहनों के द्वारा डेडिकेट टीम हाट बाजारों में हाट  दिवस में  बाजार के समय पहुंच कर अपनी सेवाएं प्रदान करती हैं। इस दौरान बीपी शुगर और सामान्य बीमारी का इलाज किया जाता हैं और जिसका इलाज हाट बाजार में नही हो पाता है उसको पिंक पर्ची जो की रेफ़र पर्ची भी है के द्वारा जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता हैं। वहीं येलो स्लिप के माध्यम से पीएचसी, सीएचसी रेफर किया जाता है । हाट बाजार क्लीनिक योजना के वाहनों में माइक लगा होता है जिससे स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की जानकारियों का प्रचार प्रसार भी किया जाता हैं। साथ ही वाहन में सभी प्रकार की दवाएं उपलब्ध रहती हैं।

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