धमतरी / जनवरी 2022/ धमतरी ज़िले में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तीसरे चरण की शुरुवात आज हो गई है। आज इसी कड़ी में स्थानीय जालमपुर वार्ड के आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक एक में कुल 158 हितग्राहियों को लक्षित किया गया है। इनमें तीन साल से कम उम्र के 28, तीन से छः साल के 37 कुपोषित, शेष 20 सामान्य वजन के बच्चे, 38 गर्भवती और 35 शिशुवती माताएं शामिल हैं। इन्हें आज आंगनबाड़ी केंद्र में गरम पका भोजन में दाल, चावल, रोटी, आलू-बड़ी, नवल गोल और सेमी की सब्जी के साथ उबला अंडा परोसा गया। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए हितग्राहियों और बच्चों को बारी-बारी से खाना परोसा गया। केंद्र की कार्यकर्ता श्रीमती सीमा सिन्हा और भारती यादव बताती हैं कि वार्ड में पहले से इसकी जानकारी दी गई थी, इस वजह से बच्चों के अभिभावकों सहित शिशुवती और गर्भवती माताओं में बहुत उत्साह भी था। केंद्र में भोजन करने पहुंची छः माह की गर्भवती श्रीमती माधुरी नेताम प्रसन्न होकर कहती हैं, कि योजना के तहत उनके जैसी अन्य गर्भवती माताओं में काफी उत्सुकता है, क्योंकि प्रोटीनयुक्त भोजन से वे और उनकी आने वाली संतान दोनों को पौष्टिकता मिलेगी और दोनों स्वस्थ्य रहेंगे। इसके लिए वे प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल के प्रति कृतज्ञता व्यक्त भी करती हैं। इसी के साथ एक माह के बच्चे की माता श्रीमती तामिनी साहू ने खुश होकर अपने दिल की बात कही कि आंगनबाड़ी केंद्र में पौष्टिक भोजन खाने से वे ना केवल सेहतमंद रहेंगी, बल्कि ऐसा पौष्टिक भोजन बनाना भी सीखेंगी, ताकि भविष्य में अपनी संतान को भी ऐसा भोजन खिला सकें। केंद्र में पहुंची अन्य गर्भवती और शिशुवती माताओं ने भी यही बात दोहराई।
वहीं आदिवासी बाहुल्य नगरी विकासखंड के 186 केंद्र, जहां योजना का तीसरा चरण आज से शुरू हुआ है। उन में से कुकरेल पंचायत का आश्रित ग्राम बांसपारा में भी आज हितग्राहियों को गरम पका भोजन और साथ में उबला अंडा परोसा गया। केंद्र की कार्यकर्ता श्रीमती खेलिन नेताम बताती हैं कि छः माह से तीन साल के 8 मध्यम और गंभीर और तीन साल से छः साल तक की केंद्र आने वाली एक ही बच्ची, कुल 9 कुपोषित हैं। इस केंद्र के जरिए तीन से छः साल की उम्र के अन्य 29 सामान्य पोषण के बच्चे, छः गर्भवती और तीन शिशुवती माताओं को लाभान्वित करने की योजना है। आज पहले दिन हालांकि दो शिशुवती माता केंद्र नहीं पहुंची, क्योंकि वे बाहर हैं, मगर सुनिश्चित किया जाएगा कि उन्हें अगले दिन से केंद्र बुलाकर पौष्टिक भोजन परोसा जाए।
गौरतलब है कि ज़िले के ऐसे 364 आंगनबाड़ी केंद्र, जहां बच्चों में कुपोषण का दर 13 प्रतिशत से अधिक है वहां आज से मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत गरम पका भोजन में पौष्टिकता से भरपूर उबला अंडा अथवा सोयाबड़ी देने की शुरुवात की गई है। इस दौरान नगरी परियोजना के 186, मगरलोड के 77, कुरूद के 66, धमतरी ग्रामीण के 29 और धमतरी शहरी परियोजना के छः आंगनबाड़ी केंद्रों में छः माह से तीन साल तक के 1577 मध्यम और गंभीर कुपोषित, तीन साल से छः साल तक के 1148 मध्यम और गंभीर कुपोषित बच्चों सहित इसी उम्र के सामान्य वजन के 4462 बच्चे, 1659 गर्भवती तथा 1224 शिशुवती माताओं को लक्षित कर गरम पका भोजन और प्रोटीनयुक्त अंडा/सोयाबड़ी दिया जा रहा है। कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा ने इन केंद्रों सहित अन्य आंगनबाड़ी केंद्रों में भी आने वाले बच्चों के पोषण स्तर को बेहतर करने महिला एवं बाल विकास विभाग के अमले को दृढ़ निश्चय के साथ भिड़ के काम करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने साथ ही कोविड 19 के संक्रमण से बचाव के लिए भी तय प्रोटोकॉल का पालन करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
