जगदलपुर, दिसम्बर 2021/ संभाग के सभी जिलों के युवाओं के मध्य संभाग स्तरीय युवा उत्सव में 36 विविध कलाओं में अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन करते हुए प्रतियोगिता में शामिल होंगे। संभाग स्तरीय युवा उत्सव का आयोजन 22 और 23 दिसम्बर को कुम्हरावण्ड स्थित कृषि महाविद्यालय में किया जा रहा है। युवा उत्सव की तैयारी की समीक्षा जिला कार्यालय के प्रेरणा हाॅल में संभागायुक्त श्री जीआर चुरेन्द्र ने किया। कमिश्नर श्री चुरेन्द्र ने कहा कि बस्तर संभाग में ग्राम, विकासखण्ड, जिला और संभाग स्तर पर विभिन्न कलाओं की प्रतियोगिता की एक अच्छी परम्परा हमेशा रही है। इससे युवा प्रतिभाओं को उभरने का मौका मिलता है, युवा उत्सव के माध्यम से हमें लोक संस्कृति को बढ़ाने का अवसर मिला है। इसके लिए सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य कर संभाग स्तरीय युवा उत्सव को सफल बनाएंगे। उन्होंने तैयारी की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि जिलों से आने वाले युवाओं की आवासीय सुविधा और उत्सव स्थल तक परिवहन की सुविधा के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति कर सम्पूर्णं व्यवस्थाओं को सुचारू संचालन सुनिश्चित किया जाए। साथ ही आवासीय स्थल पर बालिकाओं की सुरक्षा के लिए महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाए। उन्होंने आवासीय स्थलों में कार्यक्रम की समय चार्ट का प्रदर्शित करने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर कलेक्टर श्री रजत बंसल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, अपर कलेक्टर श्री अरविंद एक्का सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए विभिन्न विभागों को अलग-अलग दायित्व दिया गया है। जिसमें सुरक्षा और कानून व्यवस्थाओं के लिए पुलिस और राजस्व के अधिकारियों, कार्यक्रम स्थल और आवास स्थल पर साफ-सफाई और पेयजल के लिए नगर निगम और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों, आमंत्रण पत्र का मुद्रण और वितरण के लिए जिला पंचायत, पुरस्कार शील्ड और कप के लिए वन विभाग तथा खेल अधिकारी को दायित्व दिया गया है। आवासीय सुविधाओं के लिए आदिवासी विकास विभाग व शिक्षा विभाग के अधिकारियों, कार्यक्रम स्थल और आवास स्थल पर स्वास्थ्य जांच हेतु स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को, चाय-नाश्ता और भोजन हेतु नोडल अधिकारी तथा खाद्य अधिकारी को दायित्व दिए गए हैं। इसके अलावा अन्य व्यवस्थाओं हेतु अलग-अलग विभाग के जिला प्रमुखों को दायित्व दिया गया है।
संभाग स्तरीय युवा उत्सव मंे संभाग के सभी जिलों से युवाओं द्वारा लोक नृत्य, लोक गीत, वाद-विवाद, तात्कालिक भाषण, चित्रकला, निबंध, प्रश्नोत्तरी, गेड़ी दौड़, फुगड़ी, भौंरा, राॅकलैण्ड, कबड्डी, खो-खो, एकांकी, नाटक, पारंपरिक वेशभूषा पर आधारित फैंसी प्रतियोगिता, व्यंजन प्रतियोगिता सहित विविध कलाओं में प्रदर्शन किया जाएगा।