छत्तीसगढ़

रायपुर के धावकों का सबसे बड़ा समुदाय लेट्स रन ने अपने हर साल होने वाली ‘द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन’ का आयोजन ५ दिसंबर किया,

रायपुर के धावकों का सबसे बड़ा समुदाय लेट्स रन ने अपने हर साल होने वाली ‘द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन’ का आयोजन ५ दिसंबर किया, हर साल होने वाली यह मैराथन पिछले छः साल से हो रही हैं और हर नवम्बर – दिसंबर में इसका आयोजन किया जाता है। हज़ारों की संख्या मैं इसमें छत्तीसगढ़ के धावक भाग लेते है, इस साल कोरोना के चलते इस आयोजन की संख्या ६५० धावकों तक ही सीमित रखा गया था।

‘द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन’ मैराथन तीन कैटेगरी रखी गई थी जिसमें एक 21 किलोमीटर दूसरी 10 किलोमीटर और तीसरी 6 किलोमीटर दौड़ शामिल थी। मैराथन की शुरुआत हुकुम ललित महल से हुई। 21 किमी की दौड़ सुबह 5.30 बजे, 10 किमी की दौड़ 6.30 व 6 किमी की दौड़ की शुरूआत सुबह 7 बजे हुई। मैराथन से पहले प्रतिभागियों को जुम्बा व वॉर्मअप कराया गया। जिसके बाद इस दौड़ की शुरुआत छत्तीसगढ़ रेरा के अध्यक्ष श्री विवेक ढांड , सीएसईबी के प्रमुख श्री अंकित आनंद, सीएसआईडीसी के निदेशक श्री अरुण कुमार पालनस्वामी ने की, एवं इनके समेत कई प्रशासनीक अधिकारियों ने इस दौड़ में हिस्सा लिया। इस दौड़ में कोविड की गाइडलाईन का पूरा पालन किया गया जिसकी जिम्मेदारी श्री नारायणा अस्पताल ने निभाई।

यह दौड़ ललित महल से शुरू होकर अटल नगर तालाब से होते हुए पुनः ललित महल पर समाप्त हुई। धावकों के लिए जगह-जगह हाइड्रेशन पॉइंट बनाए गए थे। जहां पानी, जूस व एनर्जी ड्रीक्स की भी व्यवस्था की गई थी। यह सारी व्यवस्था औषधि घर पहुँच सेवा हेल्थ पोटली के सौजन्य से हुई, हर धावक को लेट्स रन की तरफ से दौड़ने के लिए टी-शर्ट, बैग, पानी की बोतल, नैपकिन एवं अन्य सामग्री का भी प्रबंध किया गया था जिसका सभी प्रतिभागियों ने बहुत प्रशंशा की।

रेस के डायरेक्टर डॉक्टर विनय तिवारी व कोऑर्डीनेटर श्री सुनील अग्रवाल ने बताया कि इस रेस में हिस्सा लेने के लिए धमतरी, भिलाई, दुर्ग, राजनांदगांव से भी धावक पहुंचे थे। यह आयोजन छत्तीसगढ़ में कहीं भी होने वाली मैराथन का सबसे बड़ा आयोजन हैं जो की रायपुर शहर में दौड़ने वाले समुदाय के लिए हर हफ्ते में ३ दिन अलग – अलग किस्म की दौड़ का आयोजन करता हैं जो की किसी के लिए भी निशुल्क है| इस बार होने वाली दौड़ का विषय ‘ट्री ऑफ़ लाइफ’ था, डायरेक्टर डॉक्टर विनय तिवारी ने बताया आज जब हम महामारी से गुज़र कर निकले है, यहाँ से फिर से हमारा सफर हमको फिर से बहादुरी से आगे बढ़ना हैं, संघर्ष करना हैं जो की लम्बी दौड़ और जीवन दोनों के ही मायने है | श्री सुनील अग्रवाल ने बताया इस आयोजन को सफल बनाने में प्रायोजकों की भूमिका महत्वपूर्ण रही, उन्होंने फिरंडे डॉट कॉम, कंसोल (हीरा पाइप्स), टाटा भसीन मोटर्स, हौंडा जी के व्हील्स, की सराहना की, हर प्रतिभागी को वचन डेरी एवं मारुति सेल्स कॉर्परेशन से ऊपहार दिये गये | कार्यक्रम के अंत में अगले साल होने वाली द ग्रेट छत्तीसगढ़ रन’ की तिथि १३ नवंबर २०२२ की भी घोषणा की गयी |

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