छत्तीसगढ़

जिले में 21 दिसम्बर तक चलेगा मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान

बीजापुर , नवम्बर 2021- जिले  में   मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान का पॉचवा चरण शुरू हो गया है। यह अभियान आगामी 21 दिसम्बर 2021 तक चलाया जायेगा और इस दौरान मलेरिया जांच दलों द्वारा घर-घर जाकर मलेरिया जांच किया जायेगा। वहीं ग्रामीणों तथा नागरिकों से संपर्क कर उन्हे घर के आस-पास स्वच्छता एवं साफ-सफाई रखने, गंदे पानी की निकासी करने सहित मच्छरदानी का नियमित रूप से उपयोग करने की समझाईश दी जायेगी। मलेरिया जांच दलों द्वारा आश्रम-छात्रावासों तथा आवासीय विद्यालयों में बच्चों का मलेरिया जांच कर उन्हें मच्छरदानी के उपयोग के बारे में अवगत कराया जायेगा। इस दौरान हेण्डपंप एवं सोलर ड्यूल पंप के समीप सोख्ता गड्ढ़ा बनाने के लिए नगरीय निकाय तथा ग्राम पंचायतों द्वारा पहल किया जायेगा। मलेरिया जांच दलों द्वारा शिक्षकों, मितानिनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी सहायिकाओं आदि मैदानी अमले के सहयोग से मलेरिया जांच के लिए व्यापक जागरूकता निर्मित की जायेगी। इस दिशा में कोटवारों के माध्यम से मुनादी भी करायी जायेगी। इसके साथ ही ग्राम सभा और ग्राम पंचायतों की बैठक में मलेरिया जांच के बारे में अवगत कराया जायेगा। जिले में मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के पांचवे चरण हेतु 187 मलेरिया जांच दलों का गठन किया गया है। इसके साथ ही मलेरिया कीटनाशक छिड़काव के लिए 40 दलों को जिम्मेदारी सौंपी गयी है।                       जिले में मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के तहत प्रथम चरण में 2,87,698, द्वितीय चरण में 2,71,368, तृतीय चरण में 1,94388 और चतुर्थ चरण में 2,21,710 लोंगों का सर्वे किया गया था। वहीं 422 ग्रामों के 56998 घरों में मलेरिया कीटनाशक का छिड़काव किया गया। जिले में कुल एक लाख 46 हजार 830 नग मेडिकेटेड मच्छरदानी का वितरण किया जा चुका है। वर्तमान में वार्षिक परजीवी सूचकांक 19.65 प्रति हजार है, इसे मद्देनजर रखते हुए मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के तहत मलेरिया जांच सहित रक्तपट्टी संकलन, रैपिड फीवर सर्वे करने के साथ ही मच्छरदानी की उपयोगिता के लिए जागरूकता निर्मित करने सहित मलेरिया स्त्रोत नियंत्रण हेतु प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। जिला कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा ने जिले में मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान के तहत मलेरिया जांच एवं उपचार हेतु व्यापक सहभागिता निभाने के लिए आम जनता से आग्रह किया है कि मलेरिया जांच दल उनके गांव-घर आयें, तो मलेरिया जांच अवश्य करायें और धनात्मक प्रकरण की स्थिति में मूलोपचार अनिवार्य रूप से करायें। वहीं मलेरिया नियंत्रण के लिए घरों के आस-पास स्वच्छता एवं साफ-सफाई रखें। गंदे पानी के गड्ढ़ों को मिट्टी से भरें अथवा पानी की निकासी करें। इसके साथ ही मच्छरदानी का नियमित रूप से अवश्य उपयोग करें।

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