सुकमा, 07 जुलाई 2025/sns/- जैसे ही मानसून ने दस्तक दी, किसानों की दिनचर्या खेतों से फिर जुड़ गई। कोई हल लेकर खेतों की जुताई में जुट गया है तो कोई अपने बच्चों और पत्नी के साथ धान की रोपाई करता नजर आता है। किसान पहले खेतों की मिट्टी को प्रणाम करते हैं और फिर सच्ची श्रद्धा के साथ प्रकृति की देन को संवारने में लग जाते हैं। इस जुड़ाव में एक और राहतभरी बात यह है कि अब उन्हें खाद और बीज की चिंता करने की ज़रूरत नहीं पड़ती।
कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन तथा मार्गदर्शन में प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी किसानों के लिए समय रहते खाद और बीज के पर्याप्त भंडारण और वितरण के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जिले में भी इसकी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। समितियों पर किसान बिना किसी परेशानी के अनुदानित दरों पर गुणवत्तायुक्त खाद और बीज प्राप्त कर रहे हैं।
राज्य सरकार के द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड योजना अंतर्गत कृषकों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसके अंतर्गत कृषकों का उनके कृषि भूमि के आधार पर नगद 3 लाख एवं खाद बीज हेतु 2 लाख तक की साख सीमा उपलब्ध कराई जा रही है। योजनान्तर्गत अद्यतन
6588 कृषकों द्वारा केसीसी का लाभ लिया गया है जिसके अंतर्गत 3413 लाख रूपये कृषकों के
खातों में अंतरण किया गया एवम 316 लाख रूपए का खाद बीज प्रदाय किया गया है। खरीफ
सत्र 2025-26 में अधिक से अधिक कृषकों को योजना का लाभ पहुँचाने का प्रयास जारी है। कृषि विभाग द्वारा कृषकों के आवश्यकताओं के अनुसार बीज मांग का भण्डारण किया गया है। जिला विपणन अधिकारी द्वारा खाद मांग की आपूर्ति की जा रही है। जिसका वितरण समितियों (लेम्पस) के द्वारा किया जा रहा है। जिले में 755.645 टन युरिया, 375.950 डीएपी,
513.220 टन एनपीके एवम 201.650 पोटाश का वितरण कृषकों को किया गया है। जिले में 2905.50 क्विंटल भण्डारित बीजों में से 2253.90 क्विंटल बीज 3965 कृषकों को वितरण किया गया है। जिले में पर्याप्त मात्र में खाद बीज उपलब्ध हैं। किसानों की माँग के अनुसार किसानों को खाद उपलब्ध कराई जा रही है। राज्य शासन के निर्देशानुसार खाद वितरण प्रक्रिया को पारदर्शी, सरल और सुविधाजनक बनाया गया है, जिससे कोई भी किसान वंचित न हो।
