छत्तीसगढ़

जिले के सुदूरवर्ती बस्तियों में डी एम एफ से मिनी आंगनबाड़ी केंद्र का होगा संचालन, कलेक्टर ने तैयारी पूर्ण करने के दिए निर्देश

कोरबा, 17 जून 2025/sns/- कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने समय-सीमा बैठक लेकर विभागवार कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को विभागीय योजनाओं का जमीनी स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन करने एवं आमजनों को प्राथमिकता से लाभांवित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने 21 जून अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम के आयोजन की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को सौंपे गए दायित्वों का जिम्मेदारी पूर्वक निर्वहन करने एवं समय पर सभी तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मौसम को ध्यान में रख कर कार्यक्रम स्थल का चयन करें, जिससे योगाभ्यास के दौरान किसी प्रकार की परेशानी नही हो। साथ ही जिले के शहरी, ग्रामीण क्षेत्रों सहित सभी शासकीय संस्थानों में भी योग कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित करने की बात कही। उन्होंने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान अंतर्गत जिले में आयोजित किए जा रहे शिविर के सम्बंध में जानकारी लेते हुए शिविर में जनजाति बाहुल्य क्षेत्र के लोगों को प्राथमिकता से शासकीय योजनाओं से लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिविर में आधार, राशन, आयुष्मान, पेंशन, वनाधिकार पत्र, किसान किताब, सड़क, बिजली, पेयजल सहित अन्य सुविधाओं से ग्रामीणों को लाभ दिलाना है। इस हेतु सभी विभाग प्रमुख शिविर में अपने अधिकारी कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करें एवं ग्रामीणों के प्राप्त आवेदनों का गम्भीरता से निराकरण कर उन्हें राहत पहुँचाएं।
कलेक्टर ने चालू शैक्षणिक सत्र में जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों से निकलकर प्राथमिक शाला में प्रवेश लेने वाले बच्चों का शाला प्रवेश के साथ ही उन्हें एक सप्ताह के भीतर जाति प्रमाण पत्र प्रदान करने शिक्षा विभाग को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले बच्चों का जाति प्रमाण पत्र  एसडीएम द्वारा नियमित रूप से जारी किया जा है। जिसका सम्बधित बीईओ के माध्यम से स्कूलों को प्रदान कर बच्चों को वितरण कराना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर श्री वसंत ने जिले के सुदूरवर्ती इलाकों में आंगनबाड़ी केंद्रों की आवश्यकता वाले बसाहटों, पारा, मोहल्लों में डीएमएफ के माध्यम से मिनी आंगनबाड़ी केंद्र संचालित करने हेतु आवश्यक तैयारियां पूर्ण करने निर्देशित किया। उन्होंने महिला व बाल विकास अधिकारी को जल्द से जल्द ऐसे बस्तियों का चिन्हांकन कर सूची प्रस्तुत करने के लिए कहा। साथ ही इन्ही बस्तियों से मिनी आंगनबाड़ी केंद्र हेतु कार्यकर्ता का ग्राम सभा के माध्यम से चयन करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने अधिकारियों को  निर्देशित करते हुए कहा कि जिले के अनेक पुराने जर्जर भवनों विनिष्टीकरण किया जाएगा। इस हेतु पंचायतों से ऐसे जर्जर स्कूल , आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र, पीडीएस दुकान गोडाउन की जानकारी उपलब्ध कराने की बात कही। साथ ही भवनों के विनिष्टीकरण के पश्चात मलबों का निस्तारी कार्य भी सुनिश्चित करने अधिकारियों को निर्देश दिए।उन्होंने जिले में आदिम जाति विकास विभाग अंतर्गत निर्मित्त किए जा रहे हॉस्टल के अपूर्ण कार्यो को शीघ्रता से पूर्ण करने के लिए कहा। जिससे 01 जुलाई से हॉस्टल में छात्र रहकर अपना अध्ययन कर सकें।
कलेक्टर ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को बरसात के दिनों में ग्रामीण क्षेत्रो में निर्बाध विद्युत आपूर्ति हेतु विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रो में अनावश्यक विद्युत बाधित नही होनी चाहिए। सभी अधीनस्थ कर्मचारियों को फील्ड पर मुस्तैद रहने और सतर्कता से कार्य करने की बात कही। उन्होंने जिले के दूरस्थ इलाको  चैतुरगढ़, ललमटिया,  मालीकछार जैसे क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था शीघ्रता से पहुँचाने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने जिले में अभियान चलाकर आधार अपडेशन का कार्य पूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया। साथ ही अधिकारी कर्मचारियों की लंबित विभागीय जांच की कार्यवाही भी शीघ्रता से पूर्ण करने के लिए कहा। उन्होंने सभी शासकीय कार्यालयों में स्मार्ट मीटर लगाने के निर्देश दिए तथा अधिकारियों से अपने अधीनस्थ कार्यालयों में भी यह कार्य सुनिश्चित कराने को कहा।
बैठक में कलेक्टर ने विभागवार समय सीमा के लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए शीघ्रता से निराकरण करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया।
इस अवसर पर वनमंडलाधिकारी कोरबा श्री मयंक अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ श्री दिनेश कुमार नाग, अपर कलेक्टर श्री अनुपम तिवारी, श्री मनोज कुमार बंजारे सहित सभी एसडीएम , तहसीलदार  एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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