बलौदाबाजार, 29 मई 2025/sns/- जिले के समस्त आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में माहवारी स्वच्छता दिवस का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा मितानिनों द्वारा जन समुदाय में जागरूकता के प्रचार-प्रसार हेतु रंगोली, चित्रकला ,परिचर्चा जैसे कार्यक्रम संपन्न हुई। कार्यक्रम में किशोरियों एवं महिलाओं के साथ बैठक कर मासिक धर्म के संबंध में चर्चा की गई जिसमें उचित माहवारी प्रबंधन, खान-पान, माहवारी के दौरान स्वच्छता, गलत धारणाओं आदि के संबंध में जागरूक किया गया। कार्यक्रम के दौरान निःशुल्क सैनिटरी नैपकिन भी वितरण किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया कि माहवारी एक प्राकृतिक क्रिया है जिसके माध्यम से महिलाओं में प्रजनन क्षमता विकसित होती है। लड़कियों के शरीर में माहवारी एक साधारण प्रक्रिया है इससे यह भी पता चलता है कि शरीर का सही विकास हो रहा है इसमें घबराने, चिंतित होने, डरने या शर्माने की कोई बात नहीं है। माहवारी के दौरान स्वस्थ रहने के लिए खुद को साफ-सुथरा रखना जरूरी है। सेनेटरी नैपकिन बदलने एवं पेशाब व शौच जाने के बाद अपने शरीर को अच्छे से धोएं, हमेशा साफ और सूखा सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल करें इससे संक्रमण का खतरा नहीं होता। जीवाणु गीले और गर्म नैपकिन में आसानी से बढ़ते हैं जो कि स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। हर दिन नहाना और साफ कपड़े पहनना चाहिए विशेष कर माहवारी के दौरान तो यह और भी जरूरी है।
यदि किसी कारण से नैपकिन उपलब्ध न हो तो साफ, नरम, हल्के रंग के सूती कपड़े का उपयोग कर सकते हैं। इस्तेमाल के बाद इसे सही तरीके से नष्ट करना जरूरी है। सेनेटरी नैपकिन को पानी के स्रोत से दूर गहरे गड्ढे में या इंसीनरेटर में ठीक से जलाकर नष्ट किया जाना उचित होता है। माहवारी के दौरान अच्छे से खाना-पीना, योग, व्यायाम करना सही है इसमें खेल-कूद, दौड़ना रस्सी कूदना आदि में किसी प्रकार की रोक-टोक नहीं होनी चाहिए। महावारी के दौरान अधिक खून बहने से खून की कमी हो सकती है। इसके लिए किशोरियों को साप्ताहिक आई.एफ.ए की नीली गोली का सेवन करना चाहिए। इसके अतिरिक्त हरी पत्तेदार सब्जियों के साथ विटामिन-सी से भरपूर फल और सब्जियों का सेवन भी करना चाहिए। हर 6 माह में एल्बेंडाजोल की गोली का भी सेवन करना चाहिए और अधिक जानकारी के लिए नजदीक के स्वास्थ्य कार्यकर्ता से संपर्क कर सकते है।