कलेक्टर ने ली स्वास्थ्य विभाग एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक
मुंगेली, नवम्बर 2022// कलेक्टर श्री राहुल देव ने आज जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में जिले को एनीमिया मुक्त बनाने हेतु स्वास्थ्य विभाग एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने जिले में कुल एनीमिक बच्चों, किशोर-किशोरियों और एनीमिक माताओं की संख्या व प्रतिशत और जिले में एनीमिया कम करने हेतु किये जा रहे कार्यों आदि के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि जिले को एनीमिक मुक्त बनाने संबंधित विभाग के अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित कर और बेहतर कार्ययोजना बनाकर कार्य करें। उन्होंने जिले के सभी ग्रामों और नगरीय निकायों में एनीमिक की संख्या में कमी लाने जागरूकता कार्यक्रम, एनीमिया से बचाव हेतु आयरन फोलिक एसिड व कृमिनाशक का सम्पूरण, वर्ष भर सघन व्यवहार परिवर्तन, संवाद अभियान, डिजिटल माध्यम से एनीमिया जांच स्थल का प्रचार-प्रसार सहित तमाम विषयों पर चर्चा की और आवश्यक निर्देश दिए।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री गिरीश कुर्रे ने बताया कि जिले में एनीमिक की संख्याओं की कमी लाने 06 माह से 59 माह के शिशु को सप्ताह में दो बार निर्धारित मात्रा में आयरन फाॅलिक एसिड सिरप, 05 से 09 वर्ष के शिशु व 10 से 19 वर्ष के किशोर-किशोरियों और प्रजनन आयु वर्ग की महिलाएं कोे सप्ताह में 01 आयरन फाॅलिक एसिड टैबलेट और गर्भवती एवं धात्री महिला को रोजाना एक फाॅलिक एसिड टैबलेट दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हीमोग्लोबिन जाॅच लैब तकनीशियन, स्टाॅफ, नर्स, आर.एच.ओ. के माध्यम से किया जा रहा है। वहीं आॅगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, सरपंच, सचिव एवं शिक्षक के सहयोग से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही सेक्टर सुपरवाईजर, सी.डी.पी.ओ., बीएमओ., बी.ई.ओ., बी.पी.एम. आदि के माध्यम से नियमित माॅनिटरिंग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में दर्ज कुल बच्चो में से 60 हजार 823 बच्चों की हीमोग्लोबिन जाॅच की गई है। जिसमें 41 हजार 277 बच्चे सामान्य पाये गये हैं, 14 हजार 41 बच्चो में अल्प एनीमिया, 5 हजार 488 बच्चों में मध्यम और 17 बच्चों में गंभीर एनीमिया के लक्षण पाये गये हैं। इसी प्रकार 03 हजार 228 महिलाओं की हीमोग्लोबिन जाॅच की गई है। जिसमें 1926 महिला सामान्य, 845 महिलाओं में अल्प एनीमिया, 466 महिलाओं में मध्यम और 01 महिला में गंभीर एनीमिया के लक्षण पाये गये हैं। उन्होंने बताया कि मध्यम श्रेणी में पीएचसी अथवा सीएचसी में रिफर कर उपचार किया जाता है। वहीं एनीमिया के गंभीर स्थिति होेने पर जिला अस्पताल में आवश्यक उपचार किया जाता है। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री तीर्थराज अग्रवाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री डी.एस. राजपूत, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती नम्रता आनंद डोंगरे, श्रीमती मेनका प्रधान एवं श्री नवीन भगत सहित संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद थे।