छत्तीसगढ़

पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने हेतु 27 सितंबर तक ई-केवायसी कराना अनिवार्य

बीजापुर, सितम्बर 2022- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत योजना के समस्त लाभार्थी जो पीएम किसान योजना का लाभ ले रहे हैं उन सभी को ई-केवायसी कराना अनिवार्य है, ई-केवायसी कराने की अंतिम तिथि 27 सितम्बर निर्धारित की गई है। उक्त तिथि तक ई-केवायसी की प्रक्रिया पूरी नहीं करने वाले किसानों को अगली किस्त की राशि नहीं मिलेगी। कृषि विभाग बीजापुर के उप संचालक कृषि श्री पीएस कुशरे ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनांतर्गत प्रति वर्ष 6 हजार रुपए तीन किस्तों में कृषकों को प्राप्त होता है। योजना का लाभ सही एवं पात्र कृषकों को देने के उद्देश्य से ई-केवायसी करवाना अनिवार्य कर दिया गया है। ई-केवायसी करवाने हेतु पंजीकृत कृषक आधार कार्ड नंबर का सत्यापन लोक सेवा केन्द्र, च्वाईस सेंटर के माध्यम से करवा सकते हैं। उन्होने बताया कि जिले में इस योजना अंतर्गत अब तक 14132 किसानों के द्वारा ई-केवायसी पूर्ण हो चुका है। साथ ही अद्यतन स्थिति में 3023 किसानों के द्वारा ई-केवायसी कराया जाना शेष है। शासन द्वारा निर्धारित अंतिम तिथि 27 सितम्बर के पूर्व ई-केवायसी कराकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

नवीन स्वीकृत स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में संविदा भर्ती हेतु वाक-इन इंटरव्यू 16 सितम्बर को बीजापुर, सितम्बर 2022- नवीन स्वीकृत स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय भोपालपटनम, आवापल्ली, बीजापुर, भैरमगढ़, कुटरू एवं स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल मद्देड़ के लिए अस्थाई रूप से संविदा पर शैक्षणिक पदों की पूर्ति हेतु वाक-इन इंटरव्यू 16 सितम्बर 2022 को प्राप्तः 10 बजे कार्यालय स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय बीजापुर में आयोजित होगा। रिक्त पदों की जानकारी विषय-वार एवं योग्यता संबंधी विस्तृत जानकारी के हेतु जिले के वेबसाइट  bijapur.gov.in पर उपलब्ध है।

कमिश्नर श्री धावड़े ने बीजापुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों किया दौराकमिश्नर ने प्रभावितों का सर्वे कर मुआवजा राशि जल्द देने के दिए निर्देश
क्षतिग्रस्त सड़को और पुलियाओं का पुनः निर्माण के निर्देश

बीजापुर, सितम्बर 2022-  संभाग के सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित बीजापुर जिले में कमिश्नर श्री श्याम धावड़े ने बुधवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर श्री राजेंद्र कटाराए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री रवि साहू सहित राजस्व विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कमिश्नर श्री धावड़े ने बाढ़ से हुए मकान क्षतिए फसल.पशु क्षति का सर्वे कार्य को जल्द करवाकर मुआवजा राशि देने के निर्देश दिएए साथ ही सर्वे कार्य में जनप्रतिनिधियों को जोड़ने के निर्देश दिए।
             उन्होंने गंगालूर रोड़ में स्थित क्षतिग्रस्त पोंजेर नाला का निरीक्षण कर पुल निर्माण कार्य को  प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। पोंजेर  नाला के समीप में स्थित सुरक्षा कैम्प के पास रिटेनिंग वाल बनाने के सम्बंध में चर्चा किए। यह गंगालूर क्षेत्र को जोड़ने का मुख्य सड़क होने के कारण कमिश्नर ने नाला में पुल का निर्माण ऊंचाई देकर बनाने के निर्देश दिए। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग -63 भोपालपटनम मार्ग में बाढ़ से क्षतिग्रस्त एनएच मार्ग का निरीक्षण किए जिसमें चिंताबागू नदी में मिलने वाले कोड़ेपाल नालाए मोदकपाल नाला में बने क्षतिग्रस्त पुलों का जायजा लिए। उन्होंने आवागमन सुचारू रूप से संचालित करने हेतु क्षतिग्रस्त पुल और सड़क का मरम्मत तत्काल करवाने के निर्देश दिए।
            पेगड़ापल्ली आश्रम का निरीक्षण. कमिश्नर ने बाढ़ में डूबे पेगड़ापल्ली आश्रम का निरीक्षण कर बच्चों को दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया। आश्रम में बच्चों के बाढ़ में भीगे तखत, बेड, गड्डे को धूप में सुखवाने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने बच्चों को दी जा रही भोजन व्यवस्था का भी निरीक्षण कर अधीक्षक और सरपंच को व्यवस्था में सुधार करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने खाना बनाने वाली महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं से चर्चाकर सप्ताह के मीनू के आधार पर भोजन देने के निर्देश दिए।
            दम्पाया रोड़ के पुल निर्माण करने वाले के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश कमिश्नर श्री धावड़े ने बाढ़ से क्षतिग्रस्त दम्पाया रोड़ के पुल के गुणवत्तायुक्त निर्माण नहीं करने के खिलाफ जाँच कर कार्यवाही के निर्देश मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बीजापुर को दिए। कमिश्नर ने निरीक्षण के दौरान पाया कि पुल निर्माण में तकनीकी खामी और निर्माण में लोहे का छड़ का उपयोग नहीं किया जाना पाया। पुल से सम्बंधित निर्माण एजेंसी और ठेकेदार के विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
             मद्देड़ के पोषण पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण कमिश्नर अपने बीजापुर प्रवास के दौरान उप स्वास्थ्य केंद्र के समीप डीएमएफ मद से निर्मित 10 बेड पोषण पुनर्वास केंद का निरीक्षण किए। यहाँ पर भर्ती बच्चो के ग्रोथ रेट, पोषण व्यवस्था गंभीर कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य में सुधार की स्थिति का आंकलन किए। उन्होंने एनआरसी के स्वास्थ्य कर्मियों को व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के निर्देश दिए। इस अवसर डिप्टी कलेक्टर श्री मनोज बंजारे, कमिश्नर के वरिष्ठ निज सहायक श्री  एच.जोशी  सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बीजापुर दौरा के दौरान कमिश्नर ने तिमेड के समीप इंद्रावती नदी में बने नए पुल का अवलोकन किया।

समर्थन बुनियादी शिक्षा अभियान के अंतर्गत दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
बीजापुर, सितंबर 2022- बुनियादी साक्षरता व संख्याज्ञान को हासिल करने के लिए जिले में समर्थन बुनियादी शिक्षा अभियान का संचालन किया जा रहा हैए जिसके अंतर्गत बुधवार दिनांक 14 व 15 सितंबर को संकुल समन्वयकों की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। जिले में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए समर्थन बुनियादी शिक्षा अभियान संचालित किया जा रहा है। जिसका मुख्य लक्ष्य जिले में 20 प्रतिशत स्टूडेंट लर्निंग आउटकम को हासिल करना है। इसके लिए जिला कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा, शिक्षा विभाग व पिरामल फाउंडेशन टीम की ओर से जिले के सभी ब्लाको  में 131 प्राथमिक विद्यालयों का चयन डेमो विद्यालय के रूप में किया गया है। इन विद्यालयों में बच्चों के भाषा व गणित के बुनियादी कौशल को विकसित करने का कार्य किया जाएगा। जो संकुल में अन्य विद्यालयों के लिए आदर्श के रूप में रहेंगे।
             समर्थन बुनियादी शिक्षा अभियान जिला प्रशासन बीजापुर व  पिरामल फाउंडेशन की एक पहल हैए निपुण भारत के अंतर्गत जिले में शैक्षणिक गतिविधियों को संचालित करने के लिए साथ ही प्राथमिक शिक्षा को बेहतर करने के लिए इस अभियान का संचालन किया जा रहा है। प्रत्येक विकासखंड के करीब 84 संकुल समन्वयक उपस्थित थे कार्यशाला के प्रारंभ में बीईओ बीजापुर जाकिर खान द्वारा कार्यशाला का महत्व और उद्देश्य को विस्तार से बताया गया इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रमोद ठाकुर ने संकुल समन्वयको को मार्गदर्शन दिया इस अभियान मे निपुण भारत असर की रिपोर्ट सरल कार्यक्रम इत्यादि विषयों पर परिचर्चा की गई इस अवसर पर डाईट से विनय गजभिए आशीष वर्मा, विद्या भूषण नेताम, पिरामल फाऊंडेशन की ओर से जिला समन्वयक मांशु शुक्ला, गांधी फेलो सागर गजभि, अरुण कुमार, भूमिका पेंदोर मुख्य रुप से उपस्थित थे।

डी.बी.टी.द्वारा हितग्राहियों के खाते में प्रोत्साहन राशि का भुगतान
बीजापुर, सितंबर2022- स्वच्छ भारत मिशन  (ग्रामीण) फेस-2 अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में स्वीकृत किये गये व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण हितग्राहियों द्वारा किया जा रहा है। जिसमें शासन से मिलने वाले प्रोत्साहन राशि के अलावा हितग्राही स्वयं की राशि का उपयोग कर शौचालय निर्माण कर रहे है। शासन के निर्देशानुसार जो हितग्राही अपना व्यक्तिगत शौचालय स्वीकृति उपरांत निर्माण कार्य पूर्ण कर भारत सरका पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के वेबसाईट जिओं टैगिंग पूर्ण कर लेते है उन्हें नियमानुसार प्रोत्साहन राशि 12000/ दिये जाने का प्रावधान है।
             मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत श्री रवि कुमार साहू द्वारा बताया गया है कि कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा के अनुमोदन उपरांत ग्राम पंचायत एरमनार के 04 हितग्राहियों श्री बंसत कंडिक, श्रीमती लक्ष्मी नक्का, श्री मंजु संड्रा एवं श्री तुले कंडिक एवं ग्राम पंचायत दुगोली के 01 श्रीमती शांति वाचम कुल 05 हितग्राहियों को  डी.बी.टी. द्वारा प्रोत्साहन राशि  12000 रुपए प्रति शौचालय के मान से उनके द्वारा प्रदाय किये गये बैंक खाते में भुगतान सीधे हस्तांतरण किया गया। जिला समन्वयक श्री रंजीत सिंह बताया गया है कि ऐसे शौचालय विहीन परिवार जिनके पास व्यक्तिगत शौचालय नहीं है वह ग्राम पंचायत के माध्यम से मांग पत्र स्वीकृति हेतु जिला पंचायत कार्यालय को भेज सकते है।

ग्राम स्वास्थ्य विभाग एवं पोषण दिवस सत्र के माध्यम से जिले के लोगो में वृहद स्तर पर हुआ स्वास्थ्य सुधार
बीजापुर, सितंबर 2022- जिले में स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग बीजापुर के प्रयास से विभिन्न गतिविधियों को ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस सत्र  (वी.एच.एस.एन.डी.) के माध्यम से पिछले छः महीनों में महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर वृहद स्तर पर सुधार देखा गया है। साथ ही स्वास्थ्य को लेकर आम जनता में जागरूकता देखा गया है। यद्यपि बीजापुर एक आदिवासी बाहुल्य जिला हैं जहां के अधिकांश निवासियों का जीवन यापन का श्रोत  कृषि कार्य वन संग्रहण और मजदूरी पर निर्भर है। चूंकि उक्त कार्यो से व्यस्त रहने और स्वास्थ्य तथा भोजन में ध्यान नहीं देने की वजह से स्वास्थ्य समस्याएं जैसे शारीरिक कमजोरी, खून की कमी, शरीर में थकान, महिलाओं में प्रजनन संबंधी समस्या, मलेरिया एवं सामान्य बीमारी जैसे सर्दी खांसी बुखार सिर दर्द ज्यादा पाया गया है, जिसे ग्रामीण जनता अजीविका के जद्दोजहद में अपने स्वास्थ्य और भोजन पर उचित और समय पर ध्यान नहीं दिया जाता था। दूसरी तरफ भोजन के लिए वे लोग जंगलों में निर्भर रहते है। कृषि से मामूली अनाज जैसे- मूंग, ज्वार, फल्ली, कुटकी उगाते है। जो की पोषक तत्व से हिसाब से पर्याप्त नहीं होता।
उपरोक्त समस्याओं को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विशेष ध्यान दिया गया। जिले में महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए तथा प्रत्येक गांव और व्यक्ति के स्वास्थ्य सुविधाओं को सही समय पर और आसानी से उनके निवास स्थान पर ही पर ही उपलब्ध करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सप्ताह के प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को वीएचएसएनडी आयोजित किया जाता है। इस प्रकार महीने में चार वीएचएसएनडी आयोजित किया जाता है। वीएचएसएनडी में एक प्रशिक्षण प्राप्त आरएचओं ;(रूलर हैल्थ ऑफिसर) एक एएनएम, मितानिन, आंगनबाडी कार्यकर्ता, सहायिका एमटी होते है। उपरोक्त स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण और दवाईयों को मुहैया समय पर और घर पहुंच उपलब्ध करने के कारण ग्रामीणों के स्वास्थ्य में व्यापक सुधार हुआ। मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की भूमिका बहुत सराहनीय रहा है। ग्रामीण स्तर पर लोगो को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करनेए उसे स्वास्थ्य केन्द्र आंगनबाड़ी अथवा वीएचएसएनडी सत्र तक लाने मे मितानिनो और आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका रहा है। ये लोग ग्राम स्तर पर लोगों के घर.घर जाकर स्वास्थ्य जांच को लेकर ग्रामीणों को प्रेरित करते है। साथ ही ग्राम वार हितग्राही की सूची तैयार करके वीएचएसएनडी सत्र में आरएचओं को प्रेषित करते है। कुपोषित और एनीमिक बच्चों और महिलाओं की पहचान करना। तैयार सूची के अनुसार आरएचओं और एएनएम जरूरत मंदों की जांच करते हुएए दवाई देते है तथा उचित स्वास्थ्य परामर्श मुहैया है। इसके अलावा मितानित और आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के द्वारा किसी गंभीर बीमार और कुपोषित महिलाओं और बच्चों को उनके इलाज के दौरान लगातार निगरानी करते हुए उचित सलाह दिया जाता है। और जरूरत पड़ने पर उन्हें हॉस्पिटल भेजा जाता है। इस प्रकार मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने जिम्मेदारी निभाते हुए स्वास्थ्य और पोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। बच्चों के ग्रोथ उनके लंबाई और उंचाई का माप भी आंगनबाडी कार्यकर्ता के द्वारा किया जा रहा है। दोनो विभागों के संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा इस ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। साथ ही इसके सहयोगी सदस्य जैसे यूनिसेफ, वर्ल्ड विजन छत्तीसगढ़ जिला स्तर के अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा भी महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। जिससे फील्ड में जाकर वीएचएसएनडी और आंगनबाड़ी संचालन का निरीक्षण, निगरानी, परामर्श और सलाह दिया जा रहा है। कुपोषित और बीमार को चिन्हाकिंत किये जाने पर उसे तत्काल एन आर सी में भेजा जा रहा है।जिससे बहुत अच्छा परिवर्तन देखने को मिला आज की स्थिति में स्वास्थ्य जागरूकता अभियान के चलते जिले ग्रामीण अंचलों में भी स्वास्थ्य के प्रति लोगों में बहुत जागरूकता आई है। और अपने स्वास्थ्य जांच को लेकर बडे पैमाने पर लोग आगे आना शुरू किए है।

व्यक्तिगत शौचालय निर्माण हेतु शेष नवीन परिवारों हेतु प्रशासकीय स्वीकृति जारी
बीजापुर, सितंबर 2022- स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत 14 सितंबर को कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा द्वारा विकासखण्ड भोपालपटनम के 13 ग्राम पंचायत क्रमशः गोरला, गोटाईगुडा, केसाईगुड़ा, कोत्तापल्ली, मद्देड, मिनकापल्ली, पामगल, पेगडापल्ली, रूद्रारम, संगमपल्ली, तमलापल्ली, तिमेड, वाडला में कुल 55 हितग्राहियों को व्यक्तिगत शौचालय की प्रशासकीय स्वीकृति आदेश जारी किया गया है।
            उक्त जानकारी देते हुए जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रवि कुमार साहू ने बताया कि व्यक्तिगत शौचालय निर्माण कार्य पूर्ण किये जाने के पश्चात् पूर्णतः प्रमाण पत्र  एवं आईएचएचएल का जियो टैगिंग करने के उपरांत संबंधित हितग्राहियों को उनके प्रदाय बैंक खाते में  डी.बी.टी. के माध्यम से इस कायार्लय द्वारा प्रोत्साहन राषि रूपए 12000/ प्रति शौचालय के मान से भुगतान किया जावेगा।

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